चंडीगढ़, 2 अक्टूबर। आम आदमी पार्टी (आप) पंजाब के वरिष्ठ नेता व नेता प्रतिपक्ष हरपाल सिंह चीमा ने कहा कि नीति आयोग की एक ताजा रिपोर्ट ने पंजाब की जर्जर स्वास्थ्य सेवाओं के प्रबंधों पोल खोल कर रख दी है।
वहीं दिल्ली की केजरीवाल सरकार का बेहतरीन स्वास्थ्य मॉडल पूरे देश के लिए मिसाल बन गया है।
शनिवार को जारी एक बयान में हरपाल सिंह चीमा ने कहा कि देश भर के सरकारी अस्पतालों में स्वास्थ्य सुविधाओं और उपचार को लेकर जारी नीति आयोग की ताजा रिपोर्ट में दिल्ली की केजरीवाल सरकार नंबर एक पर है।
रिपोर्ट के मुताबिक दिल्ली में एक लाख की आबादी पर अस्पतालों में 59 बेड उपलब्ध हैं और एक डॉक्टर साल में सबसे ज्यादा 547 ऑपरेशन करता है।
वहीं दूसरी ओर पंजाब में एक लाख की आबादी पर केवल 18 बेड ही उपलब्ध हैं तथा यहां एक सरकारी डॉक्टर पूरे साल में महज 229 ऑपरेशन करता है।
चीमा ने कहा कि नीति आयोग ने न केवल पंजाब के सरकारी अस्पतालों, डिस्पेंसरियों समेत जर्जर स्वास्थ्य सेवाओं की पोल खोली है बल्कि पंजाब में दशकों से शासन करती आ रहीं कांग्रेस,अकाली-भाजपा की भी पोल खोल दी है,जिन्होंने ने प्रदेश की सरकारी स्वास्थ्य व्यवस्था को साजिश के तहत बर्बाद कर दिया है।
चीमा ने कहा कि आज पंजाब के सरकारी अस्पतालों और डिस्पेंसरियों में स्वास्थ्य सेवाएं नाम मात्र हैं। जिस कारण लोगों को मजबूरन प्राइवेट अस्पतालों की लूट का शिकार होना पड़ रहा है।
वहीं आम व गरीब वर्ग सही इलाज न मिलने से मरने के लिए मजबूर है।
आप नेता ने कहा कि यही कारण है कि पंजाब में सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर आप के राष्ट्रीय संयोजक व दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा दी गई दूसरी गारंटी का महत्व और भी बढ़ गया है, जिसके मुताबिक 2022 में आम आदमी पार्टी की सरकार बनने के बाद पंजाब के सभी सरकारी अस्पतालों, डिस्पेंसरियों को दिल्ली की तर्ज पर अपग्रेड किया जाएगा और सभी प्रकार की बीमारियों का मुफ्त इलाज किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि बढ़ती आबादी के अनुसार नए अस्पताल और डिस्पेसरियों का निर्माण करवाया जाएगा। दिल्ली के मोहल्ला क्लीनिकों की तरह पंजाब के गांवों और शहरों में 16 हजार गांव और वार्ड क्लीनिक खोले जाएंगे,जहां इलाज, टेस्ट और दवाइयां मुफ्त दी जाएंगी।
इसी प्रकार पंजाब के हरेक व्यक्ति के लिए “आप” की सरकार डिजिटल हेल्थ कार्ड जारी करेगी। जिसमें संबंधित व्यक्ति की सेहत व जांच रिपोर्ट का पूरा ब्योरा होगा। इतना ही नहीं, सड़क हादसे में घायल होने वाले व्यक्ति का नजदीकी सरकारी अस्पताल या प्राइवेट अस्पताल में इलाज का पूरा खर्च सरकार उठाएगी।
चीमा ने कहा कि लोगों के स्वास्थ्य के सबंध में केजरीवाल ने जो गारंटी दी है, वह कांग्रेस तथा सुखबीर सिंह बादल के जैसे झूठे वादों या मोदी-अमित शाह के जुमलों की तरह नहीं है,बल्कि एक ऐसा कदम है जो दिल्ली सरकार ने दिल्ली की जनता के लिए पहले से लागू किया है।बॉक्स
कांग्रेस,बादल तथा भाजपा ने मिलकर तबाह की पंजाब की सरकारी स्वास्थ्य व्यवस्थाहरपाल सिंह चीमा ने आरोप लगाते हुए कहा कि अपने निजी फायदे के लिए प्राइवेट अस्पताल माफिया के साथ मिलकर कांग्रेस तथा अकाली-भाजपा सरकार ने पंजाब की सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं को पूरी तरह बर्बाद कर दिया है,जबकि 1980 तक पंजाब की स्वास्थ्य सेवाएं देश में सबसे बेहतर थी।
मिसाल के तौर पर साल 1980 में पंजाब के सरकारी अस्पतालों में डॉक्टरों के 4400 स्वीकृत पद थे तथा सभी पदों पर उच्च स्तर के डॉक्टर अपनी सेवाएं दे रहे थे। आज भी 4400 स्वीकृत पद हैं जिनमें डॉक्टरों के 1000 पद लंबे समय से खाली पड़े हैं। कुल पदों में 516 स्पेशलिस्ट डॉक्टरों के लिए थे, विडंबना यह है कि स्पेशलिस्टों के इन पदों को पिछली अकाली भाजपा सरकार ने खत्म कर दिया। नतीजन, प्रदेश के किसी भी सामुदायिक सेहत केंद्र में एक भी स्पेशलिस्ट डॉक्टर नहीं हैं।