चंडीगढ़, 10 अगस्त। पंजाब पुलिस ने केंद्रीय एजेंसियों के साथ साझे ऑपरेशन में अंतर्राष्ट्रीय नशा तस्कर सिमरनजोत सिंह संधू (30), जो जर्मनी में 487 किलो कोकीन तस्करी मामले ( 2020) का सरगना है, को गिरफ्तार किया है।
यह जानकारी देते हुए पंजाब के डीजीपी गौरव यादव ने आज बताया कि यह सफलता मोगा पुलिस की तरफ से 16 जून को 1 किलो हेरोइन समेत गिरफ़्तार किए गए स्थानीय नशा तस्कर बेअंत सिंह और सुखदीप सिंह की गिरफ्तारी के बाद बारीकी के साथ की गई जांच के बाद सामने आई है। इन आरोपियों के बयानों के आधार पर पुलिस ने मनदीप सिंह जो कि मौजूदा समय अमरीका में रहता है और सिमरनजोत सिंह, जो मनदीप सिंह के निर्देशों पर पंजाब में हेरोइन के खरीददारों की खोज कर रहा था, को नामजद किया था।
यादव ने बताया कि मुलजिम सिमरनजोत संधू अंतरराष्ट्रीय ड्रग कारटेल का मुख्य सरगना है और जर्मनी में नशों के मामलों में वांछित है। उन्होंने कहा कि प्राथमिक जांच से पता लगा है कि गिरफ़्तार किये गए मुलजिमों ने अपने अंतरराष्ट्रीय संबंधों के ज़रिये भारत और अन्य यूरोपीय देशों में नशों की तस्करी में बड़ी भूमिका निभाई है।
आईजी (मुख्यालय) डा. सुखचैन सिंह गिल, डीआईजी (फरीदकोट रेंज) अश्वनी कपूर और एसएसपी (मोगा) डा. अंकुर गुप्ता ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि 1 किलो हेरोइन बरामदगी मामले की आगे जांच दौरान मोगा पुलिस ने बटाला के गाँव गोखूवाल के निवासी सिमरनजोत संधू को मोगा के गाँव भलूर से गिरफ़्तार किया है।
उन्होंने बताया कि आरोपी सिमरनजोत 2002 में जर्मनी गया था। वह वहां टैक्सी चालक के तौर पर काम करता था। आरोपी मार्च 2020 से जून 2020 के दौरान ब्राजील और अन्य दक्षिण अमरीकी देशों से सप्लाई की जा रही कम से- कम 487 किलो कोकीन, 66 किलो मैरीओआना और 10 किलोग्राम हशीश को हैम्बर्ग जर्मनी की बंदरगाह से उतारने के बाद उसको स्टोर और सप्लाई करने में अहम भूमिका निभाई। उन्होंने बताया कि आरोपी एक एन्क्रिप्टेड मोबाइल एप से बातचीत करता था।
इस के बाद मुलजिम को 28 फरवरी, 2022 को जर्मनी की अदालतों द्वारा नारकोटिक ड्रग्गज़ एक्ट की धारा 29 के तहत 8 साल और 6 महीने की सजा सुनाई गई थी, परन्तु इस से बचने के लिए वह पहले ही जुलाई 2023 में दुबई भाग गया और फिर सितंबर 2023 में भारत आ गया।
आईजीपी ने बताया कि मुलजिम सिमरनजोत 11 महीनों से गिरफ़्तारी से बचने के लिए अमृतसर, चंडीगढ़, राजस्थान, मोगा आदि समेत भारत में अलग- अलग स्थानों पर रह रहा था। उन्होंने कहा कि गिरफ़्तार किये गए मुलजिम से भारत में उस की गतिविधियों बारे जानने के लिए विस्तृत पूछताछ की जा रही है।