शार्ट टर्म कोर्स करवाए जाते हैं ट्रेनिंग सेंटरों में
चंडीगढ़ , 25 अक्तूबर- हरियाणा सरकार ने हरियाणा कौशल विकास मिशन के तहत युवाओं के प्रशिक्षण हेतु चलाए जा रहे प्रदेश के सभी ट्रेनिंग सेंटरों पर “आधार कार्ड” आधारित उपस्थिति शुरू करने का निर्णय लिया है। प्रथम चरण में तीन ट्रेनिंग सेंटरों पर पायलेट योजना शुरू की गई जो सफल रही है। इसी सफलता को देखते हुए इसे अब पुरे राज्य के सभी ट्रेनिंग सेंटरों पर युवाओं की “आधार कार्ड” आधारित उपस्थिति शुरू की जा रही है।
हरियाणा कौशल विकास मिशन के निदेशक डॉ. विवेक अग्रवाल ने बताया कि राज्य के सभी जिलों में प्रशिक्षण भागीदारों के सहयोग से ट्रेनिंग सेंटरों पर अल्पकालिक कौशल विकास प्रशिक्षण आयोजित किए जाते हैं। इन ट्रेनिंग सेंट्रो पर असिस्टेंट इलेक्ट्रीशियन , डाटा एंट्री ऑपरेटर , ब्यूटीशियन , वेयर हाउस पैकर , ऑपरेटर , जूनियर एनालिस्ट , सेल्फ एम्प्लॉयड टेलर , योग इंस्ट्रक्टर , इंस्टालेशन तकनीशियन , क्राफ्ट बेकर जैसे कई प्रशिक्षण-कोर्स करवाए जाते हैं। ये प्रशिक्षण विभिन्न एनएसक्यूएफ संरेखित पाठ्यक्रमों में तीन से चार माह की अवधि के होते हैं।
डॉ अग्रवाल ने बताया कि हरियाणा कौशल विकास मिशन के तहत चल रहे विभिन्न ट्रेनिंग सेंटरो पर प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे युवाओं की उपस्थिति के बारे में कुछ शिकायतें मिली थी , जिस पर मिशन ने कार्रवाई करते हुए पायलट के तौर पर तीन ट्रेनिंग सेंटरों कुरुक्षेत्र, इंद्री (करनाल) व रेवाड़ी में आधार कार्ड आधारित ई-वेरीफिकेशन प्रणाली शुरू की गई। इसका परिणाम संतोषजनक पाया गया इसलिए मिशन इसे भविष्य में प्रदेश के सभी केंद्रों पर शीघ्र ही लागू करेगा।