चंडीगढ़, 2 नवंबर। Petrol-diesel prices के लिए पंजाब व केंद्र सरकार जिम्मेदार हैं।
यह बात विपक्ष के नेता हरपाल सिंह चीमा ने कही।
AAP नेता ने कहा कि पंजाब और केंद्र में जन विरोधी सरकारें हैं।
चीमा ने कहा कि साल 2014 से पहले Petrol-diesel prices और महंगाई पर बीजेपी नेता अर्धनग्न होकर सड़कों पर रोष प्रदर्शन करते थे।
आज जब महंगाई बहुत ज्यादा बढ़ गई है तो ये नेता चुप्पी क्यों साध कर बैठे हैं।
Petrol-diesel prices व महंगाई के मुद्दे पर बीजेपी सत्ता पर हुई थी काबिज
चीमा ने कहा कि बीजेपी पेट्रोल-डीजल की कीमतों व महंगाई के मुद्दे पर सत्ता पर काबिज हुई थी।
लेकिन केंद्र सरकार ने पेट्रोल पर excise duty में 43 % और डीजल पर एक्साइज ड्यूटी में 68.8 % बढ़ोतरी की है।
यह कदम देश की जनता के साथ बहुत बड़ा धोखा है।
उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र ने अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों के घटने का फायदा लोगों को नहीं दिया।
इसके उलट जब कच्चे तेल की कीमतों में बढ़ोतरी हुई तो उसका भार लोगों की जेबों पर जरूर पड़ा।
पंजाब सरकार भी जिम्मेदार
विपक्ष के नेता चीमा ने कहा कि Petrol-diesel prices व महंगाई के लिए पंजाब सरकार भी मोदी सरकार जितनी ही जिम्मेदार है।
उन्होंने कहा कि Petrol-diesel prices पड़ोसी राज्यों में से सबसे अधिक हैं।
पंजाब सरकार पेट्रोल पर 31.17 % VAT और डीजल पर 19.56 % VAT वसूल रही है।
आप’ नेता ने कहा कि पंजाब कृषि प्रधान राज्य है और डीजल की जरूरत किसान को रहती है।
लेकिन, सरकार का रुख खेती और किसानों के प्रति उदासीन है।
चीमा ने कहा कि डीजल-पेट्रोल पर वैट की दर पड़ोसी राज्यों से अधिक हैं।
उपभोक्ता पड़ोसी राज्यों से इसकी खरीद करने को मजबूर हैं।
इससे पेट्रोल पंप मालिक भी परेशान हैं।
चीमा ने पंजाब सरकार व केंद्र से पेट्रोल-डीजल पर लगाए गए टैक्स घटाने की मांग की।