चंडीगढ़, 28 अगस्त। कोरोना की तीसरी लहर की आशंकाओं के बीच त्योहारों के सीजन के मद्देनजर हरियाणा सरकार ने अपनी रणनीति बना ली है। प्रदेश का स्वास्थ्य विभाग अब राज्य में निचले व माइक्रो लेवल पर मेडिकल फेसेलिटी बढ़ाने पर फोकस करेगा।
यह खुलासा स्वास्थ्य विभाग के एसीएस राजीव अरोड़ा ने केंद्रिय नीति आयोग के सदस्य डॉ. विनोद के. पॉल की अध्यक्षता में हुई कोविड रिव्यू मीटिंग के दौरान दी।
उन्होंने आयोग को कोविड-19 की संभावित तीसरी लहर से बचाव के लिए राज्य में की जा रही तैयारियों पर पूरा अपडेट दिया।
अरोड़ा ने कहा कि आगामी त्योहारों के मौसम के साथ कोविड मामलों में अचानक उछाल आने की आशंकाओं को मद्देनजर रखते हुए राज्य में निचले व माइक्रो लेवल पर स्वास्थ्य सुविधाओं को बढ़ाने पर कार्य किया जा रहा है।
बैठक के दौरान डॉ. पॉल ने राज्य में कोविड वैक्सीनेशन अभियान की गति और इसकी पहली व दूसरी लहर के दौरान राज्य के कोविड -19 प्रबंधन के लिए हरियाणा की पीठ थपथपाई।
डॉ. पॉल का विचार था कि राज्य के लोगों को विशेष रूप से त्योहारों के मौसम के दौरान कोविड से निश्चिंत नहीं होना चाहिए।
उन्होंने कहा कि वायरस का व्यवहार अप्रत्याशित है और लोगों को राज्य और केंद्र सरकार द्वारा लागू किए जा रहे कोविड प्रोटोकॉल का पालन करना चाहिए।
डॉ. पॉल ने सिविल सर्जनों को सुझाव दिया कि वे दूसरी लहर के चरम के दौरान अधिकतम कोविड मामलों पर विचार करते हुए एक अनुमान तैयार करें और यह सुनिश्चित करें कि राज्य के दूर-दराज के गांवों और ग्रामीण इलाकों में भी आवश्यक संख्या में बिस्तर उपलब्ध हों।
इसके बाद अरोड़ा ने अधिकारियों को कोविड की संभावित तीसरी लहर को ध्यान में रखते हुए अगले तीन सप्ताहों में माइक्रो लेवल पर बुनियादी आवश्यकताओं की तैयारी करने का निर्देश दिए।
बाद में, मुख्य सचिव विजय वर्धन भी बैठक में शामिल हुए। मुख्य सचिव ने राज्य में स्वास्थ्य सुविधाओं को बढ़ाने के लिए उठाए जा रहे कदमों की जानकारी दी।
इसके अलावा अधिकारियों को होम आइसोलेशन में रहने वाले मरीजों के लिए किट तैयार करने और ऐसे मरीजों की निगरानी करने के लिए एक तंत्र स्थापित करने के लिए कहा गया।
डॉ. पॉल ने अधिकारियों से यह भी सुनिश्चित करने के लिए कहा कि लोग त्योहारों के जश्न को अपने घरों तक ही सीमित रखें।
उन्होंने कहा कि अगर लोगों द्वारा कोविड प्रोटोकॉल का पालन किया जाता है तो कोविड की संभावित तीसरी लहर को रोका जा सकता है।
बैठक के दौरान पीजीआई में इलाज करवा रहे प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने भी डॉ. विनोद के. पॉल से वीडियो कॉल पर बात की और संभावित तीसरी लहर की तैयारियों पर चर्चा की।