शिमला, 27 सितंबर। विश्व प्रसिद्ध कुल्लू दशहरा की तैयारियां शुरू हो गई हैं।
इस कड़ी में हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने राज्य स्तरीय कुल्लू दशहरा समिति की बैठक की।
उल्लेखनीय है कि इस वर्ष अन्तर्राष्ट्रीय कुल्लू दशहरा 15 से 21 अक्तूबर तक आयोजित किया जाएगा।
जय राम ठाकुर ने दशहरा उत्सव के लिए सभी तैयारियां समय पर पूरा करने की हिदायत दी।
उन्होंने उत्सव के दौरान उचित सुरक्षा व्यवस्था करने के निर्देश भी दिए।
उन्होंने कहा कि उत्सव के दौरान कोरोना गाइड लाइंस को सख्ती से लागू करने के लिए कदम उठाए जाएं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मेले व त्योहार हमारी संस्कृति के द्योतक हैं।
इनका संरक्षण एवं सवंर्धन सुनिश्चित करने के लिए प्रदेश सरकार कृतसंकल्प है और इस दिशा में समय-समय पर विभिन्न कदम उठाए गए हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कुल्लू दशहरा की प्रदेश ही नहीं बल्कि विश्व में एक अलग पहचान है।
यह हमारी धार्मिक मान्यताओं और सांस्कृतिक मूल्यों का प्रतीक है।
उन्होंने कहा कि वैश्विक कोरोना महामारी ने पूरे विश्व पर असर डाला है। विभिन्न गतिविधियों, मेलों, त्योहरों और अन्य आयोजनों को भी प्रभावित हुए हैं।
शिक्षा, भाषा, कला एवं संस्कृति मंत्री गोविन्द सिंह ठाकुर ने दशहरा उत्सव आयोजन सम्बन्धी जिला स्तरीय समिति तथा जिला कारदार संघ के साथ आयोजित बैठकों की जानकारी दी।
बैठक में निर्णय लिया गया कि दशहरा उत्सव में आने के लिए सभी देवी-देवताओं को निमंत्रण दिया जाएगा।
उत्सव के दौरान धार्मिक अनुष्ठान परंपरागत ढंग से आयोजित होंगे लेकिन, इस वर्ष मेले में सांस्कृतिक तथा व्यावसायिक गतिविधियां नहीं होंगी।
मेले के शुभारम्भ अवसर पर राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेेकर जबकि समापन अवसर पर मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर मुख्य अतिथि होंगे।
बैठक में यह भी निर्णय लिया गया है कि भाषा एवं संस्कृति विभाग मेले के आयोजन के लिए 10 लाख रुपये की अतिरिक्त राशि जिला प्रशासन कुल्लू को प्रदान करेगा।