चंडीगढ़, 26 अक्तूबर। Palwal सहकारी चीनी मिल में एथनॉल के प्रोडक्शन की तैयारी है।
इथेनॉल के प्रोडक्शन के लिए हरियाणा सरकार कदम उठा रही है।
यह जानकारी सहकारिता डॉ. बनवारी लाल ने उक्त चीनी मिल के पिराई सत्र की शुरुआत करते हुए दी।
उल्लेखनीय है कि इस मिल में फिलहाल गुड़ भी बनता है।
मंत्री ने खुलासा किया कि इश साल गन्ने की बॉडिंग 48.00 लाख क्विंटल की है।
दी Palwal सहकारी चीनी मिल को करीब 40.00 लाख क्विंटल गन्ना पिराई के लिए उपलब्ध होने की संभावना है।
इस साल मिल को अगेती किस्म का 70 प्रतिशत गन्ना उपलब्ध होगा जिससे चीनी की रिकवरी अधिक होगी।
मंत्री ने कहा कि हरियाणा सरकार देश में गन्ने का सबसे ज्यादा भाव दे रही है।
राज्य में अगेती किस्म का भाव 362 रुपए, मध्यम व पछेती किस्म का रेट 355 रुपये प्रति क्विंटल दिया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि मिल द्वारा पिछले सीजन के गन्ने का पूरा भुगतान कर दिया गया है।
Palwal मिल स्थापित कर रही है नए कीर्तिमान
उन्होंने कहा कि मिल लगातार नये कीर्तिमान स्थापित कर रही है।
गुड़ बनाने की शुरुआत यहां की जा चुकी है और अब इथेनॉल निर्माण की ओर कदम बढ़ाये जा रहे हैं।
यह भी मिल रही हैं सुविधाएं
मंत्री ने कहा कि अटल कैंटीन योजना, किसानों को यार्ड में रहने के लिए गेस्ट हाऊस की सुविधा दी जा रही है।
किसानों के लिए आरओ के पानी की सुविधा, विश्रामगृह की व्यवस्था भी की गई है।
इसके अलावा किसानों को गन्ने के कीडे तथा बीमारियों को रोकने के लिए 10 प्रतिशत अनुदान पर दवाईयों का वितरण किया जाता है।
किसानों को उन्नत किस्म के गन्ने का बीज ब्याजमुक्त रेट पर दिया जाता है।
इस बार पिराई का ये है टारेट
पिराई सत्र 2020-21 में मिल ने 33.58 लाख क्विंटल गन्ने की पिराई कर सर्वाधिक पिराई करने का लक्ष्य प्राप्त किया है।
इस सीजन में करीब 40 लाख क्विंटल गन्ना की पिराई के लक्ष्य है।
9.80 % रिकवरी के साथ 3.92 लाख क्विंटल चीनी के उत्पादन का अनुमान है।