चंडीगढ़, 20 अक्तूबर। Milk Production के बूते रोडगार बढ़ाने की तैयारी में हरियाणा जुट गया है।
हरियाणा सरकार ने Milk Production को बढ़ाने पर फोकस करते हुए पूरी प्लानिंग कर ली है।
प्रदेश सरकार की योजना है कि Milk Production से दो लाख परिवारों को जोड़ा जाए।
इसके बाद इसे हर हित स्टोर की तर्ज पर आगे बढ़ाते हुए युवाओं को Dairy के कारोबार से जोड़ा जाए।
योजना को सिरे चढ़ाने के लिए सरकार ने 5 हजार नए VITA Booth खोलने का प्रस्ताव भी तैयार कर लिया है।
यह योजना सीएम मनोहरलाल ने सहकारिता व पशुपालन व डेयरी प्रकोष्ठों के प्रतिनिधियों के सामने रखी।
सीएम ने कहा कि सहकारिता तथा पशुपालन व डेयरी एक दूसरे के बल पर आगे बढ़ते हैं।
हरियाणा में Milk Production बढ़ाने के लिए उठे कदमों की जानकारी भी मुख्यमंत्री ने प्रतिनिधियों से साझा की।
उन्होंने बताया कि राज्य में प्रति व्यक्ति प्रतिदिन दुध की उपलब्धता 1142 ग्राम हो गई है।
साल 2014 में यह आंकड़ा केवल 740 ग्राम पर था। साफ है कि इस दिशा में काफी सुधार हुआ है।
सीएम ने कहा कि कृषि जोत कम पड़ रही है। इस लिए पशुपालन व डेयरी मददगार साबित हो सकती है।
सरकार युवाओं को Milk Production से जोड़ने के लिए 5 हजार नए VITA Booth खोलना चाहती है।
इस संबंध में प्रस्ताव भी तैयार कर लिया गया है। इससे 2 लाख परिवार दुग्ध व्यवसाय से जुड़ सकेंगे।
Milk Production के जरिए रोजगार बढ़ाने को यह कदम उठाएगी सरकार
सरकार बीमा कंपनियों की बजाए अपना खुद का Trust बनाएगी। इसके जरिए पशुधन का बीमा किया जाएगा।
इस Government Scheme से उन युवाओं को रोजगार के मौके मिलेंगे जो दूसरी जगर नौकरी तलाशते हैं।
सीएम ने बताया कि हर साल 5 लाख बच्चे पैदा होते हैं। इनमें से आधे ही अपने पैतृक कारोबार से जुड़े हैं।
मनोहरलाल ने कहा कि आईटी ने सारा सिस्टम बदल दिया है। अब कामकाज के तरीके भी बदले हैं।