कैथल, 5 सितंबर। स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया, भारत की जनवादी नौजवान सभा व जनवादी महिला समिति ने 15 सितंबर को शिक्षा रोजगार दिवस मनाने का फैसला लिया है।
यह फैसला इन संगठनों की संयुक्त मीटिंग के दौरान हुआ। इस दौरान जनवादी महिला समिति की राज्य सचिव सविता मुख्य रूप से मौजूद थीं।
तीनों संगठनों ने कहा कि सरकार के द्वारा लगातार भर्तियों को स्थगित करना और भर्तियां रद्द करना एक फैशन सा हो गया है। हरियाणा में पिछले 7 सालों के अंदर लगभग 28 भर्तियां रद्द की गई हैं। ऐसे में ताजा उदाहरण एचएसएससी की पुलिस की भर्ती का है और अनेकों बार इन भर्तियों के पेपर स्थगित कर दिए गए है।
इससे देश-प्रदेश के लाखों युवाओं में निराशा होती है। हरियाणा में लाखों-लाख युवा आए दिन किसी न किसी भर्ती के लिए फार्म भरते हैं और जिससे सरकार को करोड़ों रुपए की आमदनी हो रही है। केंद्र व राज्य सरकार देश व प्रदेश के बेरोजगार युवाओं से इस तरह रुपए वसूलने का काम कर रही है। इसको छात्र-युवा कतई बर्दाश्त नही करेगा।
जनवादी महिला समिति की राज्य सचिव सविता ने बताया कि सरकार के द्वारा जितनी भी भर्तियां रद्द की गई हैं उनका न तो कोई रुपया किसी युवा को वापस किया गया है और न ही भविष्य में होने वाली भर्तियों में उन युवाओं को आवेदन फीस से कोई राहत प्रदान की गई है। सरकार इस तरह प्रदेश के लाखों बेरोजगारों से करोड़ों रुपए वसूलने का काम कर रही है।
उन्होंने कहा कि तीनों संगठन मांग करते हैं कि सरकार द्वारा जल्द से जल्द नई भर्तियां निकाली जाए। व पुरानी सभी भर्तियों को पारदर्शी तरीके से जल्द पूरा किया जाए। अगर सरकार किसी भी भर्ती को रद्द करती है तो सरकार द्वारा पूरी आवेदन राशि को ब्याज सहित छात्र-युवाओं को वापिस दी जाए। इन मांगों को लेकर 15 सितम्बर को कैथल में एक विशाल विरोध प्रदर्शन आयोजित किया जा रहा है।
इस प्रदर्शन में जिले के विभिन्न गांवों से छात्र, युवा व महिलाएं शामिल होंगी। उन्होंने इस प्रदर्शन को सफल बनाने के लिए जनता से तन-मन-धन से सहयोग की अपील की। इस मीटिंग में मनजीत सिंह, गोलू बात्ता, सावित्री देवी, एडवोकेट कृष्णा, शर्मिला पिलखन, सरोज, मीना, रीना, सुनीता आदि शामिल रहे।