दुनिया के समक्ष पंजाबियों की बहादुरी, बलिदान, इंकलाबी सोच, मेहनती स्वभाव और मेज़बानी की अद्वितीय भावना को प्रकट करेगा तीन दिवसीय सम्मेलन
चंडीगढ़, 10 सितम्बर:
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने आज कहा कि राज्य सरकार द्वारा 11 से 13 सितम्बर तक करवाया जा रहा टूरिज्म समिट (पर्यटन सम्मेलन) दुनिया के समक्ष पंजाबियों की शूरवीरता, बलिदान, इंकलाबी सोच, मेहनती स्वभाव और मेज़बानी के अद्वितीय जज़्बे को प्रकट करेगा।
एस.ए.एस. नगर (मोहाली) में एमिटी यूनिवर्सिटी में करवाए जाने वाले तीन दिवसीय सम्मेलन में शिरकत करने का न्योता देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब की धरती को गुरूओं, पीरों-पैगंबरों, संतों-महापुरुषों और कवियों का आशीर्वाद हासिल है। उन्होंने कहा कि यह बहुत गर्व और संतुष्टी की बात है कि आज़ादी के संघर्ष, हरित क्रांति जैसे बड़े आंदोलनों का नेतृत्व पंजाब ने किया है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि राज्य को भौगोलिक सुंदरता का वरदान प्राप्त है, जो इस पवित्र धरती पर आने वाले हरेक व्यक्ति की आँखों को मोह लेता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य की इन विलक्षण ख़ूबियों को दिखाने के लिए पंजाब सरकार द्वारा टूरिज्म समिट करवाया जा रहा है, जबकि पिछली सरकारें इसको अनदेखा करती रही हैं। उन्होंने कहा कि इस सम्मेलन में राज्य के पर्यटन क्षेत्र को बुलन्दियों पर ले जाने के लिए विस्तार में विचार-चर्चा की जाएगी और पर्यटन से सम्बन्धित छह सैशन करवाए जा रहे हैं। भगवंत सिंह मान ने कहा कि इन सैशनों के दौरान पर्यटन के तौर पर अमृतसर का स्थान (अमृतसर इन टूरिज्म डेस्टिनेशन), हेरिटेज टूरिज्म, ईको एंड फार्म/होम स्टे टूरिज्म, फूड एंड क्लीनरी टूरिज्म, वैलनैस टूरिज्म और मीडिया/ एंटरटेनमैंट टूरिज्म जैसे विषयों पर विचार-विमर्श किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब को उसकी गरिमापूर्ण मेज़बानी के स्वरूप दुनिया भर में जाना जाता है और इस सम्मेलन में शामिल होने वाले मेहमानों के स्वागत में कोई कसर बाकी नहीं छोड़ी जाएगी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने इस तीन दिवसीय सम्मेलन को सुचारू रूप से पूरा करने के लिए पुख़्ता इंतज़ाम किए हुए हैं। भगवंत सिंह मान ने उम्मीद ज़ाहिर की कि यह सम्मेलन राज्य को अंतरराष्ट्रीय पर्यटन के नक्शे पर ले जाएगा। उन्होंने कहा कि यह सम्मेलन दुनिया के सामने राज्य की समृद्ध विरासत को उभारने का उपयुक्त मंच साबित होगा।