मीटिंग के दौरान अलग-अलग गतिविधियों जैसे कि चुनाव पहचान पत्र, वोटरों की जानकारी, वेबकास्टिंग, ई. वी. एम. स्टोरेज और ट्रांसपोरटिंग, फेक न्यूज की जांच, संवेदनशील पोलिंग क्षेत्रों की पहचान, अन्य मॉडल पोलिंग बूथों की स्थापना, कानून और व्यवस्था की स्थिति का जायज़ा और हर जिले से तैयारियों सम्बन्धी जानकारी ली गई।
ज़िला अधिकारियों ने मुख्य निर्वाचन अधिकारी को मतदान में ’इस बार 70 पार’ के लक्ष्य की प्राप्ति के लिए उनकी तरफ से की जा रही अलग-अलग गतिविधियों और पहलकदमियों के बारे अवगत करवाया। उन्होंने पारदर्शी और निर्विघ्न मतदान करवाने के लिए भारत निर्वाचन आयोग की तरफ से निर्धारित सभी दिशा- निर्देशों की पालना करने के लिए अपनी वचनबद्धता को दोहराया।
सिबिन सी ने सम्बन्धित अधिकारियों को प्रशिक्षण स्थानों, डिसपरसल सैंटरों, पोलिंग स्टेशनों और कुलैकशन केन्द्रों पर अलग- अलग तरीकों के द्वारा पोलिंग स्टाफ को गर्मी से बचाने के लिए ज़रुरी उपाय करने के भी निर्देश दिए। उन्होंने पोलिंग स्टेशनों और गिनती केन्द्रों पर स्टाफ के लिए छाया, पीने वाले पानी, वेटिंग एरिया, बढ़िया क्वालिटी के शौचालयों का प्रबंध करने के लिए भी कहा।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि राज्य में सातवें और आखिरी पड़ाव की वोटिंग 1 जून को होगी और नामांकन पत्र दाखि़ल करने के लिए 7 मई को नोटिफिकेशन जारी किया जायेगा।
उन्होंने सभी ज़िला अधिकारियों को बताया कि निर्वाचन आयोग सभी प्रबंधों की तैयारियों की प्रगति पर नज़र रख रहा है। उन्होंने मतदान से सबंधित सभी कामों को निर्धारित समय सीमा के अंदर पूरा करने के लिए पूरे तालमेल के साथ काम करने के लिए कहा।
मीटिंग के दौरान विशेष डायरैक्टर जनरल ऑफ पुलिस लॉ एंड आर्डर अर्पित शुक्ला, अतिरिक्त डीजीपी- कम-राज्य पुलिस नोडल अफ़सर मुहम्मद फारूकी, अतिरिक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी हरीश नैयर और अभिजीत कपलिश, संयुक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी सकत्तर सिंह बल्ल और अन्य अधिकारी मौजूद थे।