चंडीगढ़, 13 अगस्त। पंजाब में सत्तारूढ़ कांग्रेसी सरकार बिजली समझौतों (electricity agreements)के मुद्दे पर मुख्य विपक्षी आम आदमी पार्टी (आप) के निशाने पर आ गई है।
विपक्ष के नेता हरपाल सिंह चीमा ने आरोप लगाया है कि electricity agreements को रद्द करने के मुद्दे पर कांग्रेस ने गुमराह करने के षड्यंत्र रचने शुरू कर दिए हैं।
इस लिए आम आदमी पार्टी अगले हफ्ते तथ्यों और दस्तावेजी सबूतों के साथ सत्ताधारी कांग्रेस के पाखंड को बेनकाब करेगी।
जिसका CM अमरिंदर सिंह के साथ-साथ पंजाब प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिद्धू को ईमानदारी से जवाब देना होगा।
चीमा ने कहा कि पार्टी गांवों और शहरों में बड़े पैमाने पर योजनाबद्ध अभियान चला रही है।
जिसने पंजाब के हर वर्ग को जागरूक करने में बड़ी भूमिका निभाई है।
उन्होंने कहा कि बिजली माफिया की अंधाधुंध लूट पर जनता और विपक्ष के दबाव से सरकार हिल गई है।
इसलिए अमरिंदर सिंह को समझौतों को रद्द करने के लिए पीएसपीसीएल को पत्र लिखने के लिए मजबूर होना पड़ा है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश की जनता कांग्रेसी सरकार के ढोंग को समझ चुकी है।
(He said that the people of the state have understood the pretense of the Congress government.)
विधानसभा चुनाव में कांग्रेस का सूपड़ा साफ करने का मन बना चुकी है।
उन्होंने कहा कि पार्टी सभी महंगे बिजली सौदों को रद्द कराने के लिए वर्षों से संघर्ष कर रही है।