टीकाकरण मुहिम के दौरान 25 लाख पशुओं का टीकाकरण किया जाएगा: गुरमीत सिंह खुड्डियां
चंडीगढ़, 7 फरवरी:
पंजाब के पशुपालन, डेयरी विकास एवं मत्स्य पालन मंत्री स. गुरमीत सिंह खुड्डियां ने आज बताया कि मुख्यमंत्री स. भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली सरकार द्वारा पशुओं के लम्पी स्किन से आगामी बचाव के लिए 25 लाख से अधिक गोवंशों को टीका लगाने के लिए व्यापक मुहिम 25 फरवरी से शुरू की जाएगी।
कैबिनेट मंत्री स. गुरमीत सिंह खुड्डियां ने यहाँ पंजाब भवन में अतिरिक्त मुख्य सचिव पशुपालन श्री विकास प्रताप के साथ अलग-अलग विभागीय प्रोजेक्टों और कामकाज की समीक्षा सम्बन्धी बैठक के दौरान बताया कि इस बीमारी के किसी भी संभावित फैलाव की रोकथाम के लिए अब तीसरी बार गोट पॉक्स वैक्सीन को बूस्टर डोज़ के तौर पर लगाया जा रहा है। बता दें कि पिछले साल देश भर में बीमारी के फैलाने के बाद राज्य में इस बीमारी की रोकथाम के लिए पशुओं के लिए टीकाकरण मुहिम चलाई गई थी। उन्होंने अधिकारियों को टीकाकरण के लिए दवा की निर्विघ्न आपूर्ति को सुनिश्चित बनाने के अलावा कोल्ड चेन बनाए रखने के लिए भी कहा।
स. गुरमीत सिंह खुड्डियां ने पशुओं को बीमारियों से बचाने के लिए एक फुलप्रूफ मैकेनिज्म बनाने की ज़रूरत पर ज़ोर देते हुए विभाग के अधिकारियों को एक महीने के अंदर-अंदर व्यापक टीकाकरण कार्ययोजना तैयार करने की हिदायत भी की। उन्होंने विभाग के फील्ड स्टाफ को भी हिदायत की कि वह पशुपालकों को विभिन्न टीकाकरण मुहिमों के लाभों संबंधी जागरूक करने और इस कार्य में जि़ला प्रशासन और पंचायतों को शामिल किया जाए, जिससे पशुओं को विभिन्न बीमारियों से बचाया जा सके।
ए.सी.एस. श्री विकास प्रताप ने कैबिनेट मंत्री को बताया कि राज्य भर में लगभग 6.37 करोड़ रुपए की लागत से डीवारमिंग मुहिम चलाई जा रही है। यह मुहिम 10 फरवरी को ख़त्म होगी। इसके अलावा राज्य के पशु अस्पतालों और औषधालयों को 1.56 करोड़ रुपए की दवाएँ पहले ही भेजी जा चुकी हैं। उन्होंने यह भी बताया कि विभाग ने हाल ही में खुरपका और मुंहपका बीमारी के रोकथाम के लिए व्यापक टीकाकरण मुहिम मुकम्मल की है।
इस बैठक में पशुपालन विभाग के डायरैक्टर डॉ. गुरशरणजीत सिंह बेदी, गुरु अंगद देव पशु चिकित्सा एवं पशु विज्ञान विश्वविद्यालय के डायरैक्टर ऑफ क्लिनिक्स डॉ. एस.एस. रंधावा, एच.ओ.डी. पशु चिकित्सा डॉ. अश्वनी कुमार, पशु रोग अनुसंधान केंद्र के प्रिंसिपल साइंटिस्ट और इंचार्ज डॉ. एम.एस. बल, पशु रोग अनुसंधान केंद्र के प्रिंसिपल साइंटिस्ट डॉ. विशाल महाजन, डायरैक्टर सैंटर फॉर वन हैल्थ डॉ. जे.एस. बेदी और पशुपालन विभाग के जि़लों में तैनात अधिकारी भी उपस्थित थे।