चंडीगढ़, 19 दिसंबर। कृषि प्रधान राज्य पंजाब को crop residue management में टॉप पोजिशन मिली है।
(The agricultural state Punjab has got the top position in crop residue management.)
फसल अवशेष प्रबंधन के मामले में यह जगह पाकर पंजाब खुश है।
पंजाब कृषि विभाग के ज्वाइंट डायरेक्टर सुशील कुमार ने कृषि मंत्री रणदीप सिंह नाभा की ओर से यह पुरस्कार प्राप्त किया।
इस लिए पंजाब को crop residue management में मिली यह उपलब्धि
दरअसल, पंजाब सरकार ने पराली के प्रबंधन (crop residue management ) के लिए कई कदम उठाएं हैं।
(The Punjab Government has taken several steps for the management of crop residue.)
इनमें सहकारी, ग्राम पंचायतों, रजिस्टर्ड किसान समूहों व व्यक्तिगत किसानों को 86000 से अधिक मशीनें दी गई।
किसानों के लिए ट्रेनिंग कैंप लगवाए गए।
साथ ही दीवार पेंटिंग, स्कूली बच्चों की वाद-विवाद, निबंध लेखन प्रतियोगिता जैसे कदम भी उठाए गए।
फील्ड में मशीनरी के डेमों और मोबाइल वैन आदि को गांव में ले जाया गया।
गांव गांव जाकर किसानों को पराली जलाने से होने वाले खतरे की जानकारी दी गई।
(Farmers were informed about the dangers of stubble burning.)
पंजाब के इन्हीं प्रयासों को अब मान्यता मिली है।
(These efforts of Punjab have now been recognized.)
अब प्रोग्रेसिव एग्रीकल्चर लीडरशिप समिट 2021 के दौरान पराली प्रबंधन पर कृषि विकास के प्रयासों को मान्यता दी गई है।
Progressive Agriculture Leadership Summit 2021 के दौरान केंद्रीय पशुपालन मंत्री पुरुषोत्तम रूपाला मौजूद थे।
इसके अलावा कई राज्यों को कृषि व मतस्य पालन विभागों के नीति निर्माता भी मौजूद थे।
इस समिट ने राज्यों को प्रमुख कार्यक्रमों और योग्य नीतिगत पहलकदमियों को साझा करने के लिए एक मंच प्रदान किया है।
इसका मकसद किसानों और उनकी भलाई के लिए एक बढ़िया लाभकारी मूल्य श्रृंखला बनाना है।
विभिन्न श्रेणियों में उत्कृष्टता हासिल करने के लिए राज्यों को लीडरशिप अवॉर्ड (Leadership Award to States) से सम्मानित किया गया।

