चंडीगढ़, 23 अगस्त। हरियाणा विधानसभा के मानसून सत्र में कांग्रेस विधायक किरण चौधरी द्वारा भिवानी जिले के जलघरों में पानी के मुद्दे पर बहस छिड़ी तो मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने मामले की 24 घंटे में जांच की घोषणा की दी।
उन्होंने यह भी कहा कि जांच सिंचाई विभाग के एसीएस देवेंद्र सिंह की अध्यक्षता वाली कमेटी करेगी और रिपोर्ट आने के बाद साफ हो जाएगा कि सदन को गुमराह कौन कर रहा है।
किरण चौधरी ने यह मुद्दा ध्यानाकर्षण प्रस्ताव के जरिए उठाया था। उन्होंने कहा कि भिवानी जिले के गांवों के जलघरों में पानी नहीं है। इस पर मुख्यमंत्री ने हस्तक्षेप करते हुए कहा कि मामले की जांच सिंचाई विभाग के एसीएस देवेंद्र सिंह की अध्यक्षता में कमेटी द्वारा 24 घंटे में जांच कराई जाएगी।
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि अगर विधायक किरण चौधरी की कही बात सही पाई गई तो विभाग के अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि इस सम्बंध में रिपोर्ट विधानसभा अध्यक्ष के सामने रखी रिपोर्ट से साफ हो जाएगा कि सदन को कौन गुमराह कर रहा है।
दूसरी ओर सहकारिता मंत्री डा. बनवारी लाल ने कहा कि हरियाणा सरकार भिवानी व चरखी दादरी जिलों की जनता को पीने के पानी के वितरण की मात्रा और गुणवत्ता के प्रति पूरी तरह से सचेत है। नूंह जिले को छोड़ अन्य सभी जिलों में 100 प्रतिशत घरेलू नल कनेक्शन दिए गए हैं।
उन्होंने बताया कि लोगों को पीने योग्य पानी उपलब्ध करवाने के लिए अथक प्रयास किए जा रहे हैं। जहां पर भूजल पीने योग्य है, वहां पर जलापूर्ति योजनाएं नलकूपों पर और जहां पर भूजल पीने योग्य नहीं है , वहां स्तही स्रोत पर आधारित हैं।
उन्होंने बताया कि चार शहरों भिवानी, बवानी खेडा, सिवानी व चरखी दादरी की जलापूर्ति योजनाएं नहरी पानी पर आधारित हैं तथा लोहारु शहर को गहरे नलकूपों के माध्यम से जल आपूर्ति की जा रही है।
उन्होंने बताया कि भिवानी शहर के नगर पार्षदों ने लिखित में दिया है कि शहरवासियों को पर्याप्त मात्रा में पेयजल की आपूर्ति की जाती है। जिला भिवानी के ग्रामीण क्षेत्रों में 224 नहर आधारित व 205 गहरे नलकूप आधारित जलघर हैं।
सहकारिता मंत्री ने बताया कि इसी प्रकार जिला चरखी दादरी के ग्रामीण क्षेत्रों में 73 नहर आधारित व 311 गहरे नलकूप आधारित जलघर हैं। तोशाम निर्वाचन क्षेत्र के सभी 114 गांवों को 88 नहर आधारित जलघरों द्वारा जलापूर्ति की जाती है।
पांच गांवों के लिए 589 लाख के अनुमान स्वीकृत
सहकारिता मंत्री ने बताया कि 20 गांवों में से 15 गांवों धारवनबास, अलखपुरा, खारियाबास, भुरताना, तोशाम, बागनवाला, असलवास दुबिया, टिटाणी, हेतमपुरा, खानक, मनसर बास, कौंट, बामला, ढाणा व ढाणी माहू में पेयजल की कोई कमी नहीं है, किंतु 5 गांवों संडवा, उमरावत, छपार रांगडान, छपार जोगियां व सागवान में कच्चे पानी की उपलब्धता में गर्मी के सीजन में थोड़ी समस्या जरूर आती है।
इसके सुधार हेतु जल जीवन मिशन के अन्तर्गत 989.37 लाख रुपये के अनुमान स्वीकृत किए जा चुके हैं। संडवा गांव में कार्य 31 अक्टूबर तक पूरा होने की संभावना है।
घरेलू नल कनेक्शन में हरियाणा देश मे तीसरे स्थान पर
उन्होंने बताया कि हरियाणा सरकार द्वारा नूंह जिले को छोड़कर बाकी सभी जिलों में 100 प्रतिशत कार्यात्मक घरेलू नल कनेक्शन प्रदान किए जा चुके हैं।
इस समय गोवा व तेलंगाना राज्यों के बाद हरियाणा राज्य कार्यात्मक घरेलू नल कनेक्शन प्रदान करने के मामले में भारत में तीसरे स्थान पर है।
वर्ष 2021-22 के दौरान जेजेएम के अन्तर्गत 21380.00 लाख रुपये का प्रावधान है तथा अब तक 20968.90 लाख रुपये खर्च किए जा चुके हैं। तोशाम विधानसभा क्षेत्र में जल जीवन मिशन के अन्तर्गत 381.86 लाख रुपये खर्च किए जा चुके हैं।
तोशाम विधानसभा क्षेत्र के सभी ग्रामीण परिवारों ( 55039 ) के घरों में कार्यात्मक घरेलू नल कनेक्शन लगे हुए हैं। लोगों को पीने योग्य पानी की आपूर्ति के लिए सरकार सभी उपाय कर रही है। कच्चे पानी की कमी और पेयजल आपूर्ति की मात्रा व गुणवत्ता से सम्बन्धित सभी अन्य मुद्दों को हल करने के लिए सरकार के स्तर पर भी कड़ी निगरानी की जा रही है।
हिसार के जलघरों की मरम्मत का काम जारी
हिसार शहर की महाबीर कॉलोनी में जल घरों की विशेष मरम्मत, नवीनीकरण और गाद निकालने के लिए दिनांक 04 सितंबर 2020 को 593.95 लाख रुपये के एक अनुमान को प्रशासनिक स्वीकृति प्रदान की गई है तथा कार्य प्रगति पर है। यह जानकारी सहकारिता मंत्री बनवारी लाल ने सत्र के दौरान एक प्रश्न के उत्तर में दी।
उन्होंने बताया कि कैमरी रोड हिसार में द्वितीय जलघर की विशेष मरम्मत/आवर्धन के लिए 30 जून को 713.05 लाख रुपये के एक दूसरे अनुमान को प्रशासनिक स्वीकृति प्रदान की गई है। इस कार्य के लिए, निविदा 25 अगस्त को खोली जाएगी।