चंडीगढ़, 6 जुलाई। उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने दावा किया है कि बेहतरीन आबकारी नीति के सकारात्मक परिणाम आ रहे हैं।
उन्होंने कहा कि इस साल की प्रथम तिमाही में आबकारी विभाग से 1751.04 करोड़ रूपए का राजस्व कलेक्शन हुआ।
वहीं पिछले वर्ष इसी तिमाही के दौरान 1370.86 करोड़ एकत्रित किए गए थे, ऐसे में करीब 28 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
दुष्यंत चौटाला ने बताया कि जून के दौरान विभाग ने 1004.70 करोड़ रूपए का संग्रह किया।
जबकि पिछले वर्ष जून में केवल 586.32 करोड़ रुपये का कलेक्शन हुआ था।
इस प्रकार से पिछले वर्ष की तुलना में इस जून में 71.36 प्रतिशत की राजस्व में वृद्धि हुई है।
बेहतरीन है आबकारी नीति – दुष्यंत
डिप्टी सीएम ने कहा कि वर्ष 2020-21 के लिए तैयार की गई आबकारी नीति में पारदर्शिता बरतने का पूरा ध्यान रखा गया।
उन्होंने बताया कि पिछले वर्ष जहां लाइसेंस शुल्क के रूप में करीब 2910 करोड़ रूपए का राजस्व प्रदेश को मिला था।
वहीं इस वर्ष 2021-22 में खुदरा शराब ठेकों के कुल 1004 जोन में लाइसेंस का नवीनीकरण किया गया है।
जिससे विभाग को 3201.46 करोड़ रूपए का राजस्व मिला है।
उन्होंने जानकारी दी कि 159 जोन के ठेकों के लाइसेंस का नवीनीकरण नहीं हो पाया है।
ऐसे में इन सभी जोन को ई-निविदा के माध्यम से आवंटित करने की प्रक्रिया शुरू की गई है।
दुष्यंत चौटाला ने बताया कि अब तक ई-निविदा के माध्यम से 12 राउंड पूरे किए जा चुके हैं।
ऐसे में उक्त सभी जोन में से अब तक कुल 1123 जोन का आवंटन किया जा चुका है।
जिसमें से इन आवंटित जोन के लिए लगभग 3601 करोड़ रूपए की लाइसेंस फीस वसूल की जाएगी।
उन्होंने बताया कि राज्य में अब केवल 40 जोन बकाया हैं।
जिनके लिए कल 5 जुलाई 2021 को बोलियां आमंत्रित की गई।
इन जोन के लिए आरक्षित मूल्य 251 करोड़ रूपए रखा गया।

