पंजाब सरकार द्वारा पठानकोट के धार-कलाँ को पर्यटन के तौर पर विकसित करने की प्रशंसा
पठानकोट, 25 फरवरी-
पठानकोट निवासियों ने मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार द्वारा उद्योग को प्रफुल्लित करने और पठानकोट को पर्यटन के नक्शे पर प्रमुख स्थान के तौर पर स्थापित करने के लिए किये जा रहे समर्पित प्रयत्नों की प्रशंसा की।
सरकार- व्यापार मिलनी दौरान अजय त्रेहन ने पंजाब सरकार द्वारा पठानकोट के धार-कलाँ को पर्यटन के तौर पर विकसित करने की प्रशंसा की। उन्होंने पठानकोट धार-धुनेरा विकास अथॉरिटी के गठन का सुझाव दिया। उन्होंने कहा कि पी.एस.पी.सी.एल.की मल्कीयत वाली ज़मीन के बड़े हिस्से पर रणजीत सागर डैम के लिए बनाऐ गए शैंड, अधिकारियों और रिहायशी कलोनियों जैसा अन्य बुनियादी ढांचा बेकार पड़ा है। अगर सरकार चाहे तो इस क्षेत्र को ग्रीन इंडस्ट्री के तौर पर विकसित किया जा सकता है। उन्होंने धार इलाको में एग्रो फोरैस्टरी को प्रोत्साहन देने की बात भी कही।
एक अन्य स्थानीय निवासी सुनील महाजन ने पंजाब सरकार की व्यापारियों के लिए यकमुशत निर्णय स्कीम की लिमिट को एक करोड़ से बढ़ाकर असीमित करने की मांग रखी। उन्होंने मुख्य मंत्री भगवंत सिंह मान की सरकार- व्यापार मिलनी की प्रशंसा करते हुए कहा कि इस प्रोग्राम के साथ राज्य में व्यापार समर्थकीय माहौल बनेगा।
इसी तरह विवेक चौधरी ने पठानकोट में इंडस्ट्री को स्पेशल पैकेज देने की मांग रखी। उन्होंने पठानकोट में फोकल प्वाईंट में खाली पड़े स्थानों की ई-आकशन करवाने की मांग भी रखी जिससे व्यापार को बढ़ावा मिल सके।
इस दौरान मनिन्दर सिंह ने कहा कि पठानकोट में बड़ा अस्पताल न होने के कारण जि़ला निवासियों को अन्य जिलों में इलाज के लिए जाना पड़ता है। इसलिए यहां बड़ा सुपर सपैशलटी अस्पताल बनाने की बहुत आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा युवाओं को विदेशों में जाने की बजाय पंजाब में ही अपना कारोबार और नौकरियां करने के लिए उत्साहित किया जाए जिससे राज्य की तरक्की हो सके। इसलिए सरकार स्कूलों और कालेजों के द्वारा युवाओं को जागरूक करे। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार भी दिल्ली सरकार की तजऱ् पर पंजाब के स्कूलों और कालेजों में योग्य और प्रतिभाशाली विद्यार्थियों को वज़ीफ़े दे।
पठानकोट को पंजाब के आस-पास के क्षेत्रों के साथ हिमाचल प्रदेश और जम्मू कश्मीर की संपूर्ण स्पलाई के लिए लाभदायक स्थान बताते विवेक मडियां ने कहा कि पठानकोट का बाकी राज्य के साथ आसान सडक़ीय संपर्क होने के कारण कुछ कंपनियाँ अलग- अलग स्थानों पर स्पलाई को आसान बनाने के लिए पठानकोट में अपने वेयर हाऊस स्थापित कर रही हैं। उन्होंने पंजाब सरकार को पठानकोट को स्पलाई हब के तौर पर विकसित करने का सुझाव दिया।