चंडीगढ़, 17 दिसंबर। पंजाब में हजारों असिस्टेंट प्रोफेसरों (assistant professors) को रेगुलर करने पर मुहर पंजाब कैबिनेट ने लगा दी है।
(Punjab cabinet has given approval to regularize thousands of assistant professors in Punjab.)
ये सभी assistant professors ग्रांट एन एड कॉलेजों के हैं।
(All these assistant professors are from Grant n Ed colleges.)
इन कॉलेजों में नॉन टीचिंग स्टाफ व विभिन्न विषयों में खाली पदों पर नियुक्त 1925 असिस्टेंट प्रोफेसरों की सेवाएं रेगुलर हो जाएंगी।
यह बड़ा फैसला पंजाब के सीएम चरणजीत सिंह चन्नी की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक में लिया गया।
अब तक ठेके पर काम कर रहे थे assistant professors
मुख्यमंत्री कार्यालय के प्रवक्ता के अनुसार इन कॉलेजों में 1925 खाली पद तीन साल के लिए ठेके पर भरे गए थे।
इनको 15600+6000=21600 रुपए की मूल वेतन पर भरने की मंजूरी दी गई थी।
इसके बाद मूल्यांकन समितियों ने असिस्टेंट प्रोफेसरों के काम का मूल्यांकन किया।
रिपोर्ट के आधार पर इन्हें रेगुलर करने के लिए विचार किया गया था।
समितियों ने इनको बाद में रेगुलर करने की सिफारिश की थी।
दोआबा क्षेत्र में दो सरकारी डिग्री कॉलेजों को मंज़ूरी
बैठक में जालंधर व शहीद भगत सिंह नगर जिलों में दो नए सरकारी डिग्री कॉलेज खोलने की भी मंजूरी दी गई।
इस फ़ैसले के मुताबिक जालंधर जिले में आदमपुर में महान शख्सियत कांशीराम के नाम पर नया डिग्री कॉलेज खोला जाएगा।
इस कॉलेज का शैक्षणिक सत्र एक जुलाई, 2022 से शुरू होगा।
जबकि दूसरा सरकारी डिग्री कॉलेज शहीद भगत सिंह नगर जिले में बंगा के गांव सरहाल रनूआं में खोला जाएगा।