चंडीगढ़, 220 सितंबर। हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष कुमारी सैलजा प्रदेश सरकार के गुड गवर्नेंस पर सवालिया निशान खड़े कर दिए हैं।
यहां जारी एक बयान में उन्होंने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर में जब पूर्ण लाकडाउन था, उस वक्त तब सरकार के मंत्रियों की कारें फर्राटे भर रही थीं।
उन्होंने सवाल किया कि एक-एक मंत्री लाखों का तेल फूंक कर न जाने कहां जनता के प्रति अपना कर्तव्य पूरा कर रहा था? सरकारी धन को बेरहमी से खर्च करके न जाने किस जवाबदेही को ये मंत्री पूरा कर रहे थे।
सैलजा ने कहा कि अच्छा होता आम जनता से उस दौर में एक बार मिल ही लेते, किसी को दवा, किसी को आक्सीजन सिलेंडर, किसी को निजी-सरकारी अस्पताल में बेड दिलवा देते। जनता से मिले नहीं, सरकारी दफ्तर बंद थे, जलसे जुलूस भी नहीं हुए तो मंत्रियों ने लाखों का तेल कहां और क्यों फूंक डाला? क्या इस सवाल का ईमानदार जवाब किसी मंत्री के पास है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्षा ने कहा कि ये सारी बातें हवा में नहीं कही जा रहीं। आरटीआई से मांगी गई सूचना पर सरकार ने स्वयं ये आंकड़े उपलब्ध करवाए हैं जो जनमानस और व्यवस्था को झकझोर रहे हैं।
कुमारी सैलजा ने कहा कि मंत्रियों का कर्तव्य यह था कि वह जनता के बीच जाते और उसकी तकलीफें जानते, समझते और दूर करते। उस काल में तो एक भी मंत्री आसपास ही नजर नहीं आया। यह हकीकत है कि सारे मंत्री और सत्ताधारी गठबंधन के विधायक उस दौरान ‘गायब’ रहे। कोरोना का प्रकोप कम हुआ तो सत्तापक्ष के लोग टोलियां बना कर त्रस्त जनता के बीच आकर इस अंदाज में शेखी बघारने लगे कि देखो हमने कोरोना को भगा दिया है।