वरिष्ठ भाजपा नेता ने आपातकाल लगाने पर कांग्रेस से सार्वजनिक माफी मांगने का आह्वान किया: लोकतंत्र सेनानियों ने काले दिनों की याद दिलायी
करनाल ।
भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और हरियाणा एग्रो इंडस्ट्रीज कॉर्पोरेशन के पूर्व चेयरमैन गोविंद भारद्वाज ने आज कहा कि कांग्रेस के वर्तमान नेतृत्व को पार्टी की सरकार द्वारा 1975 में देश पर आपातकाल थोपने के अपराध के लिए सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए। ऐसा किए बिना कांग्रेस को अभिव्यक्ति की आजादी समेत तांत्रिक मूल्यों पर बात करने का कोई अधिकार नहीं है। वे आज ग्रामोदय न्यास द्वारा आपातकाल दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित एक वर्चुअल विमर्श में बतौर मुख्य वक्ता राजनीतिक व सामाजिक कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता ग्रामोदय न्यास के अध्यक्ष और भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता डॉ वीरेंद्र सिंह चौहान ने की।
भारद्वाज ने कहा कि वे उस समय राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रचारक के रूप में उत्तर प्रदेश में कार्यरत थे। हाई कोर्ट द्वारा उनका चुनाव निरस्त किए जाने से बौखलाई तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने 25 जून की रात इसको आपातकाल के 21 महीने चले अंधेरे दौर में धकेल दिया था। समूचा विपक्ष और सरकार के सामने नतमस्तक होने से इनकार करने वाले सामाजिक संगठनों के कार्यकर्ताओं और नेताओं को न केवल जेलों में ठूंस दिया गया था बल्कि उन्हें अमानवीय यातनाएं भी दी गई थी। गोविंद भारद्वाज ने कार्यक्रम में आपातकाल के दौरान हमारे लिए उत्पीड़न की कई घटनाओं का हवाला दिया और कहा कि वैसे हालात फिर से पैदा ना हो इसलिए लोकतंत्र के हिमायती राष्ट्रवादी लोगों को कांग्रेस के सामने दीवार बनकर लगातार खड़ा रहना पड़ेगा।
परिचर्चा का संचालन करते हुए डॉ वीरेंद्र सिंह चौहान ने कहा की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तरह-तरह की आक्षेप लगाने वाली कॉन्ग्रेस को पहले अपने गिरेबान में झांकना चाहिए। संविधान और मूल अधिकारों को खूंटी पर टांग कर जिस तरह आपातकाल में हरियाणा ही नहीं सारे देश में 10 साल के बच्चों से लेकर वृद्ध नेताओं तक को महीनों बिना किसी सुनवाई के जेलों में रखा गया, वैसी घिनौनी स्थिति शायद अंग्रेजों के राज में भी नहीं आई थी। डॉ चौहान ने कहा कि आपातकाल में देश के मीडिया का गला पूरी तरह घोट दिया गया था। सरकार के नुमाइंदे जो चाहते थे अखबारों में सिर्फ वही छप सकता था और जो नागरिक आपातकाल के खिलाफ मुंह खोलता उसे सीधे जेल भेज दिया जाता था। भाजपा नेता डॉ वीरेंद्र सिंह चौहान ने कहा कि आपातकाल भारतीय लोकतंत्र के इतिहास का सबसे काला अध्याय है।
भाजपा के जिला सचिव गुरबख्श सिंह लाडी ने बताया कि हरियाणा में बड़ी संख्या में हर आयु वर्ग के लोगों को राक्षसी तरीके से नसबंदी का शिकार बनाया गया। आपातकाल के विरुद्ध सत्याग्रह करने वालों को पुलिस की जीप के पीछे बांधकर घसीटने जैसी घटनाएं याद करके आज भी लोगों के रोंगटे खड़े हो जाते हैं। असंध के मंडल अध्यक्ष रामअवतार जिंदल ने आपातकाल को एक भयावह दौर के रूप में याद किया और उन लोगों के प्रति कृतज्ञता जताई जिन्होंने देश को आपातकाल के शिकंजे से छुड़ाने के लिए संघर्ष किया। समाजसेवी नरेंद्र सिंह ने कहां की नई पीढ़ी को उस दौर की कांग्रेस सरकार की करतूतों से अवगत कराने के लिए वृत्त चित्र बनाए जाने चाहिए। इस अवसर पर असंध नगरपालिका के अध्यक्ष सतीश कटारिया, भाजपा नेता राजीव, रोहताश शर्मा, बलकार सिंह,पूर्व सरपंच अवतार सिंह, वेदपाल राणा, दर्शन , विजेंदर व रेडियो ग्रामोदय के शुभम राणा आदि भी उपस्थित रहे।
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लोकतंत्र सेनानी हैं आपातकाल के खिलाफ लड़ने वाले
भाजपा प्रवक्ता डॉ वीरेंद्र सिंह चौहान ने बताया कि हरियाणा सरकार आपातकाल के दौरान जेलों में बंद रहे नागरिकों को लोकतंत्र सेनानी के रूप में याद करती है ।राज्य की मनोहर सरकार ने उनके लिए मासिक सम्मान पेंशन प्रारंभ की हुई है। उन्हें बसों में निशुल्क यात्रा करने की सुविधा भी मुहैया कराई गई है। गोविंद भारद्वाज के अनुसार लोकतंत्र सेनानियों को निशुल्क चिकित्सा सुविधा उपलब्ध है मगर उन्हें आयुष्मान भारत के दायरे में लाए जाने की मांग अभी लंबित है