चंडीगढ़, 7 जुलाई। पंजाब सरकार ने 12,507 सरकारी स्कूलों के 17,299 और कमरों को स्मार्ट क्लासरूम में तबदील करने का फैसला किया है।
यह जानकारी शिक्षा मंभी विजय इंदर सिंगला ने दी। उन्होंने बताया कि 22 जि़ला इंस्टीट्यूट ऑफ एजुकेशन एंड ट्रेनिंग (डीआईईटी) के 24 कमरों को भी स्मार्ट ट्रेनिंग रूम में तबदील किया जाएगा। इन ट्रेनिंग संस्थाओं और स्कूलों के कमरों की तबदीली के लिए लगभग 117 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे।
कैबिनेट मंत्री ने आगे बताया कि शिक्षा विभाग स्मार्ट क्लासरूम में मल्टीमीडिया प्रोजेक्टर, माइक्रो सीपीय, साउंड बार, प्रोजैक्शन के लिए व्हाइट बोर्ड और स्मार्ट क्लासरूमों में लिखने के लिए ग्रीन बोर्ड लगाए जाएंगे।
सिंगला ने कहा कि बुनियादी ढांचे को सुधारने के लिए स्कूलों को जरूरी फंड अलॉट किओ जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि बुनियादी ढांचे की सुविधाओं में सुधार के अलावा राज्यभर में शिक्षा के मानक को और अधिक सुधारने के लिए अध्यापकों के लिए कुछ पहलकदमी जैसे कि ऑनलाइन अध्यापक तबादला नीति, स्मार्ट स्कूल नीति, प्री-प्राईमारी शिक्षा, डिजिटल शिक्षा और सरहदी क्षेत्रों में काम कर रहे अध्यापकों का विशेष काडर अमल में लाई जा रही हैं।
सिंगला ने कहा कि पिछले चार सालों के दौरान 29 फीसदी वृद्धि के साथ लगभग 5.6 लाख विद्यार्थी प्राईवेट स्कूलों को छोडक़र सरकारी स्कूलों में दाखि़ल हुए हैं। इससे पता चलता है कि उनके माता-पिता का सरकारी स्कूलों में भरोसा दोबारा बढ़ा है। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार ने स्कूल शिक्षा के क्षेत्र में 70 मापदण्डों के आधार पर हाल ही में जारी की गई परफॉरमेंस ग्रेडिंग इंडेक्स (पी.जी.आई.) में भी पूरे देश में पहला स्थान प्राप्त किया है।