एसवाईएल नहर बनने से हरियाणा के किसानों को मिलेगा उनके हक का पानी – जेपी दलाल
चंडीगढ़, 4 अक्टूबर – हरियाणा के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री जेपी दलाल ने आज एसवाईएल मामले में सुप्रीम कोर्ट द्वारा की गई टिप्पणी को स्वागत योग्य बताते हुए कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने बेहद महत्वपूर्ण टिप्पणी की है कि हरियाणा को उसके हक का पानी मिले, इसके लिए नहर का निर्माण होना चाहिए।
श्री जेपी दलाल ने कहा कि उच्चतम न्यायालय ने कहा है कि नहर का निर्माण हो वरना वे सख्त प्रक्रिया अपनाएंगे। हरियाणा के किसान इसका जोरदार स्वागत कर रहे हैं।
श्री दलाल ने कहा कि यह नहर दशकों से लंबित है, बहुत बार ट्रिब्यूनल बने, बहुत बार आदेश आए और स्पष्ट तौर पर हरियाणा का हक सभी संस्थाओं ने स्थापित किया है। अब हमें उम्मीद है कि अगली बार की सुनवाई में उच्चतम न्यायालय सख्त फैसला देगा और स्पष्ट रूप से यह आदेश दिए जाएंगे कि नहर का निर्माण कौन सी एजेंसी शुरू करे। उन्होंने कहा कि उच्चतम न्यायालय के द्वारा किसी निश्चित एजेंसी द्वारा इसे सुपरवाइज करवाया जाए तभी यह नहर बन सकती है।
श्री जेपी दलाल ने कहा कि पानी के बंटवारे का जहां तक मामला है, इसका फैसला कभी भी हो सकता है। लेकिन राष्ट्रहित में यह है कि भाखड़ा नहर पुरानी हो चुकी है, इसलिए इसके समानांतर एक नहर बनाना बहुत आवश्यक है। यदि कभी भाखड़ा नहर में दरार आ गई तो पीने के पानी का संकट भी आ सकता है।
उन्होंने कहा कि गत दिनों केंद्रीय गृहमंत्री श्री अमित शाह की अध्यक्षता में हुई उत्तरी क्षेत्रीय परिषद की बैठक में भी यह विषय आया था। तब भी पंजाब का रवैया असहयोग का था। उन्होंने कहा कि प्राकृतिक संपदा चाहे पानी हो या कोई भी अन्य वे राष्ट्र की धरोहर है, राष्ट्र की संपत्ति है, सबका उस पर हक है। हरियाणा पंजाब का छोटा भाई है और उन्हें हरियाणा का हक नहीं मारना चाहिए। हरियाणा की प्यासी धरती दशकों से इंतजार कर रही है कि उसके किसानों को एसवाईएल का पानी मिले।
हरियाणा में फसल खरीद पर विपक्षी पार्टियों द्वारा की जा रही बयानबाजी के संबंध में पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए कृषि मंत्री ने कहा कि विपक्षी पार्टियां चाहे वह कांग्रेस हो या आम आदमी पार्टी, वे केवल बयानबाजी के लिए ही बयान देते हैं। हरियाणा के अंदर 5 लाख मीट्रिक टन से ज्यादा धान की खरीद खरीद हो चुकी है। हमने 1 अक्टूबर की बजाय 25 सितंबर से धान खरीद की शुरुआत की थी।
श्री जेपी दलाल ने आम आदमी पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि पंजाब में जहां उनकी सरकार है, वहां उन्होंने एक हफ्ते के बाद खरीद शुरू की । इतना ही नहीं, कांग्रेस की सरकार राजस्थान में है, वहां बाजरे की खरीद नहीं की जा रही। जबकि हरियाणा में हैफेड के माध्यम से 80,000 मीट्रिक टन से ज्यादा बाजरे की खरीद हो चुकी है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने किसानों को आश्वस्त किया हुआ है कि 2500 रुपए एमएसपी पर बाजार या तो खरीदेंगे या भावांतर से पैसा देंगे।
कृषि मंत्री ने कहा कि हरियाणा अकेला प्रदेश है, जो पिछले 4 सालों से लगातार किसानों को बाजरे के अच्छे भाव दे रहा है और किसान खुश है। विपक्षी पार्टियों सिर्फ बयानबाजी करके ही किसान हितैषी होने का संदेश देना चाहती हैं।
श्री जेपी दलाल ने कहा कि इस बार कपास की फसल में गुलाबी सुंडी की बीमारी लगी है और उत्पादन गिर चुका है। इस पर संज्ञान लेने के लिए मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल का धन्यवाद कि उन्होंने यह आदेश दिया है कि जो बीमित किसान नहीं है, उनके नुकसान की भी सरकार की नीति के अनुसार भरपाई की जाएगी। इसके लिए क्षतिपूर्ति पोर्टल खुल चुका है और 2 महीना खुला रहेगा। उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार स्वत : संज्ञान लेकर किसान के हित में फैसला लेने से कभी पीछे नहीं हटती है।
कृषि मंत्री श्री जेपी दलाल ने कहा कि चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय, हिसार में हर साल की तरह इस बार भी कृषि विकास मेले का आयोजन होगा। 8 अक्टूबर से 10 अक्टूबर तक तीन दिवसीय इस मेले में लाखों की संख्या में किसान भाग लेंगे।
उन्होंने कहा कि सबसे खास बात यह है कि इस मेले का शुभारंभ उद्घाटन उप राष्ट्रपति श्री जगदीप धनखड़ करेंगे। किसान मेले में मशीनरी, खाद, बीज में हुए नवाचारों, प्राकृतिक खेती इत्यादि के बारे जानकारी दी जाएगी। मेले के दौरान प्रगतिशील किसानों को भी सम्मानित किया जाएगा। कृषि मंत्री ने के किसान भाइयों से अपील करते हुए कहा कि अधिक से अधिक संख्या में इस मेले में भाग लें।