श्री बदरीनाथ धाम, 18 मई। Shri Badrinath Dham के कपाट मंगलवार सुबह पूरे विधि-विधान और वैदिक मंत्रोचार के बीच खोल दिए गए।
अब गर्मियों के दौरान निरंतर भगवान बदरी विशाल की पूजा अर्चना होगी।
Shri Badrinath Dham के कपाट मंगलवार सुबह 4 बजकर 15 मिनट पर खोल दिये गए।
इस अवसर पर मंदिर तथा मंदिर मार्ग को श्री बदरी-केदार पुष्प सेवा समिति द्वारा लगभग 20 क्विंटल फूलों से सजाया गया था।
सुबह तीन बजे से ही कपाट खुलने की प्रक्रिया शुरू हो गयी थी।
Shri Badrinath Dham-सोशल डिस्टेंसिंग के बीच चली प्रक्रिया
श्री कुबेर जी बामणी गांव से लक्ष्मी द्वार से मंदिर प्रांगण पहुंचे।
श्री उद्धव जी भी मुख्य द्वार से अंदर पहुंचे। ठीक सुबह 4 बजकर 15 मिनट पर श्री बदरीनाथ धाम के कपाट खुले।
इस मौके पर कुछ ही लोग अखंड ज्योति के दर्शन कर पाए।
रावल जी द्वारा गर्भगृह में प्रवेशकर मां लक्ष्मी को उनके परिक्रमा स्थित मंदिर में विराजमान किया
उसके बाद भगवान के सखा उद्धव जी एवं देवताओं के खजांची श्री कुबेर जी मंदिर गर्भगृह में विराजमान हो गए।
डिमरी पंचायत प्रतिधियों ने भगवान बदरीविशाल के अभिषेक के लिए राजमहल नरेन्द्र नगर से लाए गए तेल कलश (गाडू घड़ा) को गर्भ गृह में समर्पित किया।
इसके साथ ही भगवान को माणा गांव के महिला मंडल की तरफ से शीतकाल में कपाट बंद करते समय ओढ़ाया गया घृत: कंबल उतारा गया तथा प्रसाद स्वरूप बांटा गया। भगवान के निर्वाण दर्शन के बाद अभिषेक किया गया।
इसके बाद भगवान बदरी विशाल का श्रृंगार किया गया इस तरह निर्वाण दर्शन से श्रृंगार दर्शन की प्रक्रिया पूरी होती है।
इस पूजा प्रक्रिया में रावल, डिमरी भीतरी वडुवा, आचार्यों, हक हकूकधारियों, तीर्थ पुरोहितों की अहम भूमिका रही।
Shri Badrinath Dham के कपाट खुलने पर प्रथम महाभिषेक प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नाम से जनकल्याण एवं आरोग्यता की भावना से समर्पित किया गया।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत तथा पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने श्री बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने पर श्रद्धालुजनों को बधाई देते हुए कहा कि कोरोना की समाप्ति के बाद चारधाम यात्रा पुन: शुरू होगी।
देवस्थानम बोर्ड के अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी के अनुसार मंदिर को खोले जाने के दौरान कोरोना गाइडलाइंस को फॉलो किया गया।
Shri Badrinath Dham- 24 को खुल रहे हैं द्वितीय केदार श्री मदमहेश्वर जी कपाट
Shri Badrinath Dham के कपाट खुलने के साथ ही मंदिर परिक्रमा स्थित मंदिरों माता लक्ष्मी मंदिर, हनुमान जी, गणेश जी, श्री आदि केदारेश्वर, श्री शंकराचार्य मंदिर, माता मूर्ति मंदिर माणा तथा पंच बदरी में एक श्री भविष्य बदरी मंदिर के कपाट भी खुल गए हैं जबकि चारधामों में से श्री यमुनोत्री धाम के कपाट 14 मई, श्री गंगोत्री धाम के 15 मई, श्री केदारनाथ धाम के कपाट 17 मई को खुल चुके है।
तृतीय केदार तुंगनाथ जी एवं चतुर्थ केदार रूद्रनाथ जी के कपाट भी 17 मई को खुल गए हैं।
द्वितीय केदार श्री मदमहेश्वर जी के कपाट 24 मई को खुल रहे हैं जबकि श्री हेमकुंड गुरूद्वारा साहिब तथा लोकपाल श्री लक्ष्मण मंदिर के कपाट खुलने की तिथि अभी तय नहीं है।