चंडीगढ़, 2 अगस्त। हरियाणा की शिक्षा मंत्री सीमात्रिखा ने कहा है कि स्कूलों का असली लक्ष्य किताबी शिक्षा देना नहीं बल्कि उन्हेंसंस्कारवान और नैतिकता में मजबूत करना भी है। बच्चों में राष्ट्र के प्रति सम्मान कीभावना पैदा करना स्कूलों का लक्ष्य है।
सीमा त्रिखा आज जिला फतेहाबाद में एक जिला स्तरीय विद्यालयप्रबंधन समिति प्रशिक्षण सह-सम्मेलन को संबोधित कर रही थी। उन्होंने बच्चों द्वारालगाई गई प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया।
त्रिखा ने बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों, विद्यालयप्रबंधन समिति के पदाधिकारियों और शिक्षा विभाग के अधिकारियों व अध्यापकों को प्रशंसापत्र व शील्ड देकर सम्मानित किया। उन्होंने स्कूल प्रबंधन समिति (एसएमसी) प्रधानोंसे सीधा संवाद किया और उनके सुझाव भी आमंत्रित किए।
उन्होंने कहा कि एसएमसी का मुख्य उद्देश्य स्कूलों की निगरानीके साथ-साथ अध्यापकों का सहयोग करना भी है। इसलिए सीएमसी प्राचार्य व मुख्याध्यापकके साथ एक मजबूत तालमेल बनाकर अपने स्कूल की उन्नति के लिए काम करें।
उन्होंने कहा कि बच्चों के पालन पोषण में माता-पिता और अध्यापकोंका महत्वपूर्ण योगदान होता है। तीनों का सही सामंजस्य बढ़ेगा तो बच्चे को निश्चित रूपसे तरक्की मिलेगी।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि जो स्कूल दो एकड़ या उससे बड़े हैं, उनके चौकीदारऔर सफाई कर्मचारी के लिए आवासीय सुविधा उपलब्ध करवाने के लिए सरकार गंभीरता से विचारकर रही है ताकि स्कूल की रखवाली के साथ-साथ उसकी साफ सफाई बेहतरीन ढंग से ये कर्मचारीकर पाए।
त्रिखा ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह भी लगातारशिक्षा में सुधार के लिए प्रयासरत है। उन्होंने अध्यापकों को आह्वान करते हुए कहा किबच्चों में राष्ट्र प्रेम का जज्बा डालना होगा। देश प्रेम की भावना बच्चों में होनीचाहिए, इसके लिएबच्चों को बेहतर वातावरण उपलब्ध करवाए।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने5 जून कोपर्यावरण दिवस के अवसर पर एक पेड़ मां के नाम शुरू किया है। स्कूलों में भी एसएमसीऔर अभिभावक साथ मिलकर इस अभियान के तहत पौधारोपण करें। उन्होंने खुशी जाहिर कि अब तकफतेहाबाद के स्कूलों में एक पेड़ मां के नाम अभियान के तहत 98 हजारपौधे लगाए जा चुके हैं। उन्होंने सभी से एक पेड़ संतान के नाम लगाने का भी आह्वान किया।