चंडीगढ़, 1 नवंबर। पंजाब में विपक्ष के नेता हरपाल सिंह चीमा ने Unemployment के मुद्दे पर सीएम चरणजीत सिंह चन्नी को पत्र लिखा है।
चीमा ने पत्र के जरिए सीएम का ध्यान प्रदेश में Unemployment की तरफ खींचने की कोशिश की है।
आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता चीमा ने कहा कि पंजाब के युवा बेरोजगारी में हताश हैं।
इन युवाओं को रोजगार की सख्त जरूरत है।
Unemployment हटाने के वादे पर सत्ता में आई थी कांग्रेस
चीमा ने कहा कि कांग्रेस राज्य से Unemployment हटाने के वादे पर सत्ता में आई थी।
लेकिन, इस दिशा में ठोस कदम नहीं उठे और युवा खुद को ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं।
उन्होंने युवाओं को नौकरी दिए जाने की वकालत करते हुए कहा कि सरकार तुरंत कदम उठाए।
चन्नी ने कहा कि कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में बेरोजगारों को 2500 रुपए भत्ता प्रतिमाह देने का वायदा किया था।
चन्नी ने अकालियों व भाजपा पर भी साधे निशाने
आप नेता चन्नी ने बेरोजगारी के मुद्दे पर अकालियों व भाजपा पर भी निशाने साधे।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस, अकाली व भाजपा के कारण ही बेरोजगारी दर 7.3 हो गई है।
चीमा ने वीवीआईपी सिक्योरिटी में गैर पंजाबियों की नियुक्ति पर भी सवाल खड़े किए।
उन्होंने कहा कि साल 2013 में वीआईपी सिक्योरिटी के लिए `इंटीग्रेटेड डिग्निटरीज प्रोटेक्शन यूनिट’ बना था।
इसमें अब तक करीब 650 अधिकारी और कर्मचारियों भर्ती हो चुके हैं।
ये सभी अधिकारी-कर्मचारी पंजाब के बाहर के हैं।
इन्हें पंजाबी भाषा भी अच्छी तरह नहीं आती लेकिन, इनकी भर्ती ने पंजाब पुलिस की सभी सीनियोरिटी लिस्ट बिगाड़ दी है।
चीमा ने कहा कि कुल मिलाकर प्रदेश के युवा का हक मार लिया गया है।
चीमा ने मांग की है कि बाहरी राज्यों के उम्मीदवारों की जगह पंजाब डोमिसाइल के अधिक नंबर निर्धारित तय करना यकीनी बनाए।
इसी तरह अन्य राज्यों की तरह प्रदेश सरकार प्राइवेट नौकरियों में पंजाबी नौजवानों के लिए कम से कम 80 प्रतिशत कोटा सुनिश्चित करे।