चंडीगढ़, 25 जून। देश में कोरोना की तीसरी संभावी लहर की दस्तक से पहले सभी के द्वारा राज्य के प्रत्येक नागरिक के टीकाकरण को यकीनी बनाने के लिए संभव यत्न किये जा रहे हैं, परन्तु भारत सरकार से पंजाब में कोविड-19 वैक्सीन की कम सप्लाई के कारण टीकाकरण मुहिम काफ़ी प्रभावित हुई है।
यह जानकारी देते हुए स्वास्थ्य मंत्री स. बलबीर सिंह सिद्धू ने बताया कि कोविड टीके की असंतुलित सप्लाई ने बड़े स्तर पर टीकाकरण की रफ़्तार को धीमा कर दिया है जबकि पंजाब के पास प्रति दिन तीन लाख लोगों को टीका लगाने की क्षमता वाला बुनियादी ढांचा मौजूद है।
स. सिद्धू ने कहा कि टीकाकरण के आंकड़ों से पता चला है कि भाजपा शासित राज्यों जैसे कि मध्य प्रदेश, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में टीकाकरण मुहिम की रफ़्तार कई गुणा बढ़ गई है। उन्होंने बताया कि 20 जून से पहले मध्य प्रदेश में औसतन प्रति दिन टीकाकरण 1.75 लाख था और 21 जून को यह संख्या आश्चर्यजनक ढंग से बढ़कर 17 लाख हो गया और जोकि कुल 9 गुणा वृद्धि बनती है और केंद्र द्वारा राज्यों को वैक्सीन के आवंटन में किये जा रहे पक्षपात को उजागर करता है।
श्री सिद्धू ने कहा कि मध्य प्रदेश प्रति दिन 1,70,000 ख़ुराक प्राप्त कर रहा है जबकि पंजाब को 1 जून से 24 जून तक सिर्फ़ 16 लाख ख़ुराकें ही प्राप्त हुईं। राज्यों के बीच माँग और आपूर्ति के बीच का अंतर चिंता का विषय है और टीकों का समान आवंटन लोगों की कीमती जान बचाने के लिए दुनिया की सबसे बड़ी टीकाकरण मुहिम की सफलता के लिए बहुत महत्वपूर्ण है।
इसी तरह हरियाणा जैसे राज्य में अतिरिक्त सप्लाई के कारण टीकाकरण में 7.14 गुणा की वृद्धि हुई है और कर्नाटक में यह वृद्धि 5.50, आसाम में 5, उत्तराखंड में 3.80, हिमाचल प्रदेश में 3, उत्तर प्रदेश में 2.29 और गुजरात में 2.5 गुणा है।
उन्होंने आगे बताया कि टीकाकरण मुहिम की सफलता मुख्य तौर पर टीकां की सप्लाई पर निर्भर करती है। मई महीने में पंजाब को टीकों की सिर्फ़ 17 लाख ख़ुराकें ही प्राप्त हुई थीं जोकि बहुत कम संख्या बनती है जबकि भारत सरकार द्वारा जून महीने में 21 लाख ख़ुराक देने का भरोसा दिया गया था। परन्तु अब तक केंद्र सरकार ने सिर्फ़ 16 लाख ख़ुराकें ही मुहैया करवाई हैं जो दिखाता है कि टीकों की सीमित सप्लाई पंजाब में टीकाकरण मुहिम को बड़े स्तर पर प्रभावित कर रही है।
टीकों की सप्लाई में असमानता के मुद्दे को उठाते हुए स्वास्थ्य मंत्री ने भारत सरकार को कहा कि वह पंजाब को कमस-से-कम 2 लाख टीके प्रति दिन की सप्लाई को यकीनी बनाए जिससे कोरोना वायरस की तीसरी लहर की दस्तक से पहले निश्चित लक्ष्य प्राप्त किया जा सके।