चंडीगढ़ 1 जूनः
पंजाब विजीलैंस ब्यूरो द्वारा मुख्यमंत्री पंजाब भगवंत मान की सरकार द्वारा भ्रष्टाचार के विरुद्ध अपनाई शून्य सहनशीलता की नीति के अंतर्गत रिश्वतख़ोरी के विरुद्ध शुरु की गई मुहिम के अंतर्गत आज गुरूवार को बलविन्दर सिंह नायब तहसीलदार सरदूलगढ़ और जगजीत सिंह जग्गा पटवारी (सेवामुक्त) को विजीलेंस ब्युरो की टीम द्वारा गिरफ़्तार किया गया है।
आज यहाँ जानकारी देते हुए विजीलेंस ब्यूरो के प्रवक्ता ने बताया कि साल 2017 में दर्ज विजीलेंस पड़ताल सम्बन्धी की गई जांच के दौरान यह सामने आया कि उक्त बलविन्दर सिंह नायब तहसीलदार सरदूलगढ़ (अब कानूगो) और जगजीत सिंह अब पटवारी राजस्व हलका सेमां द्वारा राजस्व विभाग के रिकार्ड में फेरबदल करके गाँव सेमां, तहसील नथाणां ज़िला बठिंडा की करीब 28 एकड़ शामलात ज़मीन में प्राईवेट व्यक्तियों को मालिक और ख़ुदकाश्त बना दिया गया। उक्त पटवारी द्वारा कानूगो बलविन्दर सिंह के साथ मिलीभगत के द्वारा जमांबन्दी 2005-06 में प्राईवेट व्यक्तियों को काश्तकार से मालिक बना दिया गया और बाद में इन मालिकों द्वारा यह शामलात ज़मीन गिरवी रखकर बैंकों से लाखों रुपए के कर्ज़े हासिल किये गए।
उन्होंने बताया कि उक्त दोनों मुलजिमों को सबूत सामने आने पर इस मुकद्दमे में दोषी नामज़द करके गिरफ़्तार कर लिया है। इस केस में उक्त शामलात की ज़मीन के नाजायज बने मालिकों को भी बतौर दोषी नामज़द किया गया है।
प्रवक्ता ने बताया कि इस सम्बन्ध में उक्त मुलजिमों के खि़लाफ़ विजीलेंस ब्यूरो थाना बठिंडा रेंज में भ्रष्टाचार रोकथाम कानून और भारतीय दंडावली के अंतर्गत मुकद्दमा दर्ज करके अगली कार्रवाई आरंभ कर दी गई है।