पंजाब विजीलैंस ब्यूरो द्वारा राज्यमें भ्रष्टाचार
चंडीगढ़, 4 अक्तूबरः
पंजाब विजीलैंस ब्यूरो द्वारा राज्यमें भ्रष्टाचार के विरुद्ध चल रही मुहिम के दौरान आज थाना मलौद, ज़िला खन्ना में तैनात पुलिस सब- इंस्पेक्टर जगजीत सिंह ( नंः 462/ खन्ना) को 20,000 रुपए रिश्वत लेने के दोष अधीन गिरफ़्तार किया गया है।
इस सम्बन्धी जानकारी देते हुये विजीलैंस ब्यूरो के प्रवक्ता ने बताया कि उक्त पुलिस मुलाज़िम को हरदीप सिंह निवासी गाँव शेखां, तहसील पायल की शिकायत पर गिरफ़्तार किया गया है।
उन्होंने आगे बताया कि उक्त शिकायतकर्ता ने विजीलैंस ब्यूरो दफ़्तर लुधियाना में शिकायत दर्ज करवाई थी कि 28 सितम्बर, 2023 को उसका भाई जगतार सिंह अपने मोटरसाईकल ( रजिस्ट्रेशन नंबर पीबी-10-एचवाई-4663) पर सिवल हस्पताल मलौद में नशा मुक्ति केंद्र से दवा लेने गया था। दोपहर बाद उनको पता लगा कि उसके भाई जगतार सिंह के खि़लाफ़ थाना मलौद में नारकोटिक ड्रग्गस एंड सायकोट्रोपिक सब्टांसिस ( एन. डी. पी. एस.) का मामला दर्ज किया गया। इसके बाद शिकायतकर्ता अपने गाँव वासी परमजीत सिंह के साथ थाने गया और उक्त एस. आई. को मिला, जिसने उनको बताया कि जगतार सिंह के विरुद्ध एन. डी. पी. एस. एक्ट की धारा 22 के अंतर्गत 28 सितम्बर 2023 को एफ. आई. आर. 101 दर्ज की गई है।
शिकायतकर्ता ने आगे दोष लगाया कि एस. आई. जगजीत सिंह ने उसे भी इस केस में फंसाने की धमकी दी और उससे रिश्वत के तौर पर पहले ही 15,000 रुपए ले चुका है।
एस. आई. जगजीत सिंह ने उनको बताया कि मोटरसाईकल के बारे अभी तक केस में ज़िक्र नहीं किया गया और इस मोटरसाईकल को केस में शामिल न करने के लिए रिश्वत के तौर पर 20,000 रुपए की माँग की। शिकायतकर्ता हरदीप सिंह ने रिश्वत न देने के बारे सोच कर विजीलैंस ब्यूरो रेंज दफ़्तर लुधियाना में पहुँच करने का फ़ैसला किया।
प्रवक्ता ने आगे बताया कि प्राथमिक पूछताछ के उपरांत विजीलैंस ब्यूरो की टीम ने जाल बिछाया और एस. आई. जगजीत सिंह को दो सरकारी गवाहों की हाज़िरी में 20,000 रुपए रिश्वत लेते हुये रंगे हाथों काबू कर लिया।
इस सम्बन्ध में उक्त पुलिस मुलाज़िम के खि़लाफ़ थाना विजीलैंस रेंज लुधियाना में भ्रष्टाचार रोकथाम कानून की धारा 7 अधीन एफ. आई. आर नंबर 25 तारीख़ 4 अक्तूबर 2023 को मामला दर्ज किया गया है। पकड़े गए मुलजिम को कल अदालत में पेश किया जायेगा और मामले की आगे कार्यवाही जारी है।