दोषी थानेदार पहले भी एक लाख रुपए ले चुका था रिश्वत
चंडीगढ़, 26 दिसंबरः
पंजाब के विजीलैंस ब्यूरो ने राज्य में भ्रष्टाचार के विरुद्ध जारी अपनी अथक लड़ाई के दौरान सोमवार को पुलिस कमिशनरेट दफ़्तर, अमृतसर की आर्थिक अपराध शाखा में तैनात सब इंस्पेक्टर (एस. आई) कुलवंत सिंह ( नंबर 700/ अमृतसर सिटी) को 50,000 रुपए की रिश्वत लेते हुये रंगे हाथों काबू किया है।
यह प्रगटावा करते हुये आज यहाँ राज्य विजीलैंस ब्यूरो के प्रवक्ता ने बताया कि उक्त मुलजिम एसआई को सूरज मेहता निवासी गोपाल दास रोड, अमृतसर की तरफ से दर्ज करवाई शिकायत पर गिरफ़्तार किया गया है। शिकायतकर्ता ने विजीलैंस ब्यूरो के पास पहुँचकर बताया है कि उक्त पुलिस मुलाज़ीम हाईकोर्ट से उसके पिता की गिरफ़्तारी पर अंतरिम स्टे मिलने के बाद पुलिस जांच में शामिल होने और इस मुकदमे में नियमित ज़मानत लेने में मदद करने के बदले 50,000 रुपए की रिश्वत माँग रहा है।
शिकायतकर्ता ने विजीलैंस ब्यूरो को बताया कि उक्त थानेदार उसके पिता द्वारा उनकी सांझा फर्म में भाईवालों के विरुद्ध दर्ज किये एक अलग केस में मदद देने के नाम अधीन पहले एक लाख रुपए की रिश्वत ले चुका है।
प्रवक्ता ने आगे बताया कि इस शिकायत की प्राथमिक जांच के बाद, अमृतसर रेंज से विजीलैंस ब्यूरो की टीम ने जाल बिछाया और एसआई कुलवंत सिंह को दो सरकारी गवाहों की हाज़िरी में शिकायतकर्ता से 50, 000 रुपए की रिश्वत लेते हुये रंगे हाथों काबू कर लिया। उन्होंने बताया कि उक्त दोषी पुलिस मुलाज़ीम के खि़लाफ़ विजीलैंस ब्यूरो के थाना अमृतसर रेंज में भ्रष्टाचार रोकथाम कानून के अंतर्गत मुकदमा दर्ज कर लिया है और इस मामले की आगे जांच जारी है।