चंडीगढ़, 14 जून। हरियाणा खराब पड़ी जमीन को खेती लायक बनाएगा। इसके लिए इस साल किसानों की एक लाख एकड़ जमीन ठीक की जाएगी।
यह जानकारी हरियाणा के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री जेपी दलाल ने दी। उन्होंने बताया कि सरकार किसानों की खराब पड़ी जमीन को खेती लायक बनाने के लिए रूपरेखा तैयार कर रही है। दलाल चंडीगढ़ में विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों की एक बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने कहा की सरकार किसानों के साथ मिलकर खराब जमीन को ठीक करेगी, जिसकी रूपरेखा तैयार की जा रही है।
दक्षिण हरियाणा के किसानों की तरफ गया सरकार का ध्यान
उन्होंने निर्देश दिया कि किसानों, खासकर दक्षिण हरियाणा के किसानों को जल्द ही मूंग का बीज, ब्लॉक व गांव लेवल पर मुहैया करवाया जाए ताकि वे अपनी फसल की समय जुताई कर सकें। उन्होंने कहा कि किसानों को बाजरे, मूंग व उड़द का बीज अच्छी क्वालिटी व सस्ते दामों पर दिया जाए जिसके लिए हरियाणा एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी (हिसार) से मिलकर लंबे समय के लिए इसका प्लान तैयार किया जाए, ताकि किसानों को सस्ता बीज मिले और उन्हें बाजार से ज्यादा भाव का बीज न खरीदने की जरूरत ही न पड़े।
लागत कम, अधिक मुनाफे वाली फसलों को बढ़ावा देने की तैयारी
उन्होंने अधिकारियों को कहा कि हरियाणा खराब पड़ी जमीन को खेती लायक बनाने के लिए धान की जगह कम पानी वाली फसलों को उगाने के लिए जागरूक करें। जिनकी लागत कम और मुनाफा अधिक हो। इसके अलावा ज्यादा से ज्यादा किसानों को ‘‘मेरा पानी-मेरी विरासत‘‘ पोर्टल पर 25 जून तक अपना पंजीकरण करने के लिए प्रेरित करें। इस योजना के तहत प्रति एकड़ 7 हजार रुपये किसान को दिए जाएंगे।
बैठक में कृषि एवं किसान कल्याण विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव श्रीमती डाॅ. सुमिता मिश्रा, विभाग के महानिदेशक हरदीप सिंह सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।