सिरसा, 13 अक्तूबर। कृषि कानूनों पर इनेलो का कांग्रेस व बीजेपी पर हमला तेज हो गया है। इनेलो इस मुद्दे को उठाकर ऐलनाबाद विधानसभा उप चुनाव में सत्तारूढ़ बीजेपी व कांग्रेस के लिए मुश्किलें खड़ी करने का प्रयास करती नजर आ रही है।
इस सीट से चुनाव लड़ रहे इनेलो के प्रधान महासचिव अभय सिंह चौटाला ने कहा कि ऐलनाबाद की जनता के साथ उनका व उनके परिवार का पिछले 30 सालों से भी ज्यादा समय से पारिवारिक रिश्ता है।
उन्होंने दावा किया कि ऐलनाबाद में अब तो केवल कांग्रेस और भाजपा में यह होड़ लगी है कि जमानत कौन जब्त होने से बचाएगा?
ऐलनाबाद विधानसभा क्षेत्र के गांवों में अपने जनसंपर्क अभियान के दौरान उन्होंने कहा कि ऐलनाबाद में चुनाव के रूप में यह तीन काले कृषि कानूनों के लिए किसानों और पूंजीपतियों के बीच की लड़ाई है और अब ऐलनाबाद की जनता ही यह तय करे कि इसमें किसे विजयी बनाना है।
अभय सिंह चौटाला ने कहा कि उन्होंने ऐलनाबाद के विधायक पद से इस्तीफा ऐलनाबाद की जनता के कहने से दिया था और अब वे उपचुनाव भी उन्हीं के कहने के मुताबिक लड़ रहे हैं।
उन्होंने कांग्रेस पर वार करते हुए कहा कि वर्ष 2012-13 में कांग्रेसराज में ही तीनों कृषि कानूनों के ड्राफ्ट तैयार किए गए थे मगर संसद में बहुमत न होने के कारण ये पारित नहीं हो सके मगर भाजपा ने शासन में आते ही इसे लागू कर दिया।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस और भाजपा किसानों का दर्द नहीं जानते और इसलिए इन कानूनों के माध्यम से किसानों को पूरी तरह से बर्बाद करना चाहते हैं।
इनेलो नेता ने कहा कि इलाके की अधिकांश समस्याओं का निराकरण उन्होंने करवाया है और शेष रहती कुछ समस्याओं का हल भी वे उपचुनाव में विजयी होने के बाद करवाएंगे।
उन्होंने कहा कि भाजपा-जजपा गठबंधन और कांग्रेस के पास अपने कोई उम्मीदवार नहीं हैं, इसलिए उधार के उम्मीदवारों को टिकट दिया गया, जिनका कोई वजूद नहीं है।
उन्होंने कहा कि आज कुछ लोग इलाके में मंदिर और गौशालाओं के नाम पर राजनीति करते हुए लोगों का ईमान खरीदने की कोशिश कर रहे हैं मगर जनता उनके बहकावे में नहीं आएगी।