चंडीगढ़, 13 नवंबर। पंजाब में अब किसी अफसर ने DAP की supply में लापरवाही की तो उसके खिलाफ Disciplinary Action लिया जाएगा।
यह सख्त आदेश प्रदेश के कृषि मंत्री रणदीप सिंह नाभा ने दिए हैं।
मंत्री ने इस आदेश पर अमल करते हुए पटियाला में 2 officers के खिलाफ Disciplinary Action भी ले लिया है।
पटियाला जिले के कृषि अधिकारी (AO) व ब्लॉक अधिकारी (BO ) के खिलाफ Disciplinary Action लिया है।
Disciplinary Action के आदेश पर विभाग में हड़कंप
मंत्री द्वारा carelessness बरतने पर अफसरों के खिलाफ Disciplinary Action के ताजा आदेश से विभाग में हड़कंप है।
उल्लेखनीय है कि कृषि प्रधान राज्य पंजाब में डीएपी इन दिनों बड़ा मुद्दा बना हुआ है।
राज्य में DAP की किल्लत (crises of DAP) से किसान परेशान हैं।
इस कारण सत्तारूढ़ कांग्रेस भी भारी दबाव में है।
वह विधानसभा चुनाव की तरफ बढ़ रहे सूबे में किसानों को नाराज करने का जोखिम लेने की हालत में नहीं है।
इस लिए सरकार इन दिनों डीएपी के मसले पर एक साथ कई मोर्चों पर जूझ रही है।
पंजाब ने केंद्र सरकार पर DAP की supply को लेकर दबाव खड़ा किया हुआ है।
दूसरी ओर सरकार की कोशिश है कि उपलब्ध डीएपी की सप्लाई में कोई अड़चन नहीं आनी चाहिए।
इसके लिए सरकारी मशीनरी को कसने की कवायद तेज हो गई है।
इस लिए Disciplinary Action से जुड़ा आदेश आया सामने
इसी कड़ी में मंत्री का लापरवाह अफसरों के खिलाफ Disciplinary Action का ताजा आदेश सामने आया है।
डिलरों पर भी सरकार की नजर
सरकार ने लापरवाह अफसरों के साथ-साथ Dealers पर भी पैनी निगाह कर ली है।
मंत्री ने साफ किया कि डीलर या विभाग का कोई भी अधिकारी ड्यूटी में लापरवाही करेगा तो कार्रवाई होगी।
उन्होंने कहा कि किसानों को खाद की सप्लाई के साथ कोई टैगिंग करता पाया गया तो भी एक्शन लिया जाएगा।
नाभा ने बताया कि विभाग में भ्रष्ट तत्वों के विरुद्ध पहले ही सख़्त कार्रवाई के निर्देश दिए गए थे।
जिसके चलते कुछ जिलों में केस भी दर्ज करवाए गए हैं।
इसी के तहत फाजिल्का के जलालाबाद ब्लाक में खाद का अनाधिकृत स्टाक भी सामने आया है।
सरकार इस मामले में एक्शन ले रही है।
पंजाब को है 5.50 लाख मीट्रिक टन डीएपी की जरूरत
मंत्री नाभा ने बताया कि पंजाब में रबी की फसलों की बिजाई के लिए 5.50 लाख मीट्रिक टन डीएपी की ज़रूरत है।
उन्होंने बताया कि इस खाद की महीना बार allotment भी केंद्र करता है।
यह खाद रेलवे (Railways) से राज्य तक पहुंचती है।
उन्होंने बताया कि पंजाब की अक्तूबर महीने के लिए केवल 1.51 लाख टन ही DAP मिली है।
जबकि अक्तूबर के लिए पंजाब ने 2 लाख टन डीएपी की डिमांड की थी।