चंडीगढ़, 19 नवंबर। three agricultural laws वापस होते ही Punjab ने अब farmers व मजदूरों को कर्ज से राहत देने के लिए Financial package की demand कर डाली है।
Cm Charanjit Singh Channi ने केंद्र द्वारा उक्त कानून वापस लेने को देरी से लिये परंतु स्वागत योग्य कदम बताया।
उन्होंने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी ने यह फैसला बहुत पहले लिया होता तो कई लागों की कीमती जान बचाई जा सकती थीं।
सीएम ने कहा कि केंद्र सरकार को मान लेना चाहिए कि यह बिल लाकर उन्होंने बड़ी गलती की थी।
farmers को भरोसे में लिए बिना बने थे कानून – चन्नी
चन्नी ने कहा कि ये काले कानून थे और farmersको भरोसे में लिए बिना बनाए गए थे।
किसानों ने इसके खिलाफ लंबा संघर्ष किया और इस दौरान 700 किसानों की जान गई।
सीएम ने कहा कि इस संघर्ष के दौरान लखीमपुर खीरी जैसी घटनाओं ने लोकतंत्र के नाम पर कलंक लगाया।
उन्होंने कहा कि भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार को इसके ऐसे बुरे कामों के लिए कभी माफ नहीं किया जाएगा।
किसानों को उनके जान-माल की भरपाई हो – चन्नी
चन्नी ने कहा कि अब farmers को उनके जान-माल के बड़े नुक्सान के लिए उपयुक्त मुआवज़ा भी दिया जाना चाहिए।
उन्होंने किसान मोर्चे के दौरान राज्य को financial और property के नुक्सान के लिए भी compensation की demand की।
सीएम ने बताया कि पंजाब सरकार पहले ही पीड़ित परिवारों को मदद कर रही है।
उन्होंने कहा कि किसानों ने तीनों कृषि कानूनों के खिलाफ बहादुरी से संघर्ष किया।
सीएण ने पीएम से कर्जदार किसानों व मजदूरों को राहत पहुंचाने के लिए तुरंत वित्तीय पैकेज देने की मांग की।
उन्होंने एमएसपी और किसानों की फसलों की सार्वजनिक खरीद संबंधी अपना रूख भी स्पष्ट करने के लिए कहा।
सीएम ने कहा कि लंबे संघर्ष के बाद यह जीत अभिमानी मोदी सरकार के पतन का प्रतीक है।
अब जनता इस जालिम सरकार को सत्ता से बाहर करके कांग्रेस पार्टी को फिर से सत्ता में लाएगी।
चन्नी ने अकालियों व बीजेपी पर भी साधे निशाने
चन्नी ने कहा कि केंद्र का गुणगान करने वाले भाजपा नेता व अकाली किस मुंह से जनता के सामने जाएंगे।
उन्होंने कहा कि यहां तक कि कैप्टन अमरिंदर सिंह ने किसान आंदोलन को कमज़ोर करने के लिए हर संभव कोशिश की थी।