चंडीगढ़, 19 नवंबर। शिवालिक की पहाड़ियों की तलहटी में बसे Kalesar से कालका तक का एरिया टूरिज्म व तीर्थाटन के लिए डेवलप किया जाएगा।
यह घोषणा हरियाणा के सीएम मनोहरलाल ने कपालमोचन मेला (Kapaalmochan Mela) का दौरा करते हुए की।
उल्लेखनीय है कि Kalesar यमुनागर जिले में हैं जबकि कालका पंचकूला जिले में पड़ता है।
यह पूरी बैल्ट ग्रीन हैं और यहां पहाड़ों के अलावा वन्य जीव भी हैं।
इसके अलावा कुछ किले, मंदिर और दूसरे तीर्थ स्थान व एतिहासिक जगहें भी हैं।
Kalesar से कालका पर इस लिए किया जा रहा है फोकस
सीएम ने कहा कि इस इलाके के महत्व को देखते हुए ही कपालमोचन मेला क्षेत्र में इन्फ्रास्ट्रक्चर मजबूत किया जा रहा है।
उन्होंने देवों, गुरुओं व ऋषि मुनियों की पावन धरा पर आयोजित ऐतिहासिक कपालमोचन मेला में शिरकत करते हुए यह जानकारी दी।
अंधविश्वास के चलते नहीं आते थे यहां कोई मुख्यमंत्री
उल्लेखनीय है कि पिछले 50 साल में पहली बार कोई मुख्यमंत्री मिथकों व अंधविश्वासों को तोड़ कर यहां पहुंचा है।
अंधविश्वास के चलते सन 1970 के बाद यहां कोई मुख्यमंत्री नहीं आए थे।
कुछ दिन पहले जब सीएम को अंधविश्वास के बारे में पता चला तो उन्होंने इस मिथक को तोड़ने का फैसला किया।
इसी के चलते मनोहरलाल ने यहां सबसे पहले गुरुद्वारा कपालमोचन में मत्था टेका।
उसके बाद प्राचीन सफेद गऊबच्छा मंदिर के घाट भी गए।
सीएम ने ऋणमोचन सरोवर व सूरजकुंड सरोवर पर पूजा-अर्चना भी की।
उल्लेखनीय है कि कपालमोचन कपिल मुनि जी की धरती है।
सीएम ने कहा कि पिछले वर्ष कोरोना के कारण कपालमोचन मेला का आयोजन नहीं हो सका।
इस बार कोविड प्रोटोकॉल को अपनाते हुए मेला का भव्य आयोजन किया गया है।
उन्होंने कहा कि बीती शाम करीब 2 लाख श्रद्धालुओं ने कपालमोचन मेला में आस्था की डुबकी लगाई।
कपालमोचन इलाके में यह हुआ डेवलपमेंट
इस क्षेत्र का सांस्कृतिक दृष्टि से भी काफी महत्व है।
इस जगह गुरु नानकदेव जी और गुरु गोबिंद सिंह जी का आगमन हुआ था।
कपालमोचन में भव्य गुरु गोबिंद सिंह युद्ध कला संग्रहालय बनाया गया है।
बिलासपुर-कपालमोचन-दनोरा सड़क को चौड़ा व मजबूत किया गया है।
जिला यमुनानगर में लिंक रोड कपालमोचन-दनौरा सड़क से भगवानपुर सड़क को भी चौड़ा किया गया है।
इसी प्रकार काटगढ़ से रामपुर गेंडा सड़क पर सोम नदी के ऊपर ओवरब्रिज बनाया गया है।