चंडीगढ़ 7 नवंबर। हरियाणा के व्यापारी खासतौर पर Arhtiyas के लिए बिचौलिया (middleman) शब्द को लेकर इस वर्ग ने आपत्ति जाहिर की है।
व्यापारियों ने middleman शब्द का प्रयोग किए जाने को दंडनीय अपराध घोषित किए जाने की मांग की है।
इस सिलसिले में पीएम नरेंद्र मोदी, सीएम मनोहरलाल के अलावा बीजेपी व कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्षों को पत्र लिखा है।
महासम्मेलन ने आढ़तियों की समाज व किसान-सरकार के साथ निभाए जाने वाली भूमिका की याद दिलाई है।
साथ ही कहा कि आढ़तियों के लिए बिचौलिया शब्द का प्रयोग करना दंडनीय अपराध घोषित होना चाहिए।
middleman शब्द आढ़ती की प्रतिष्ठा व मर्यादा के अनुकूल नहीं – जैन
हाल में सोनीपत में हरियाणा प्रदेश वैश्य महासम्मेलन की प्रदेश कार्यकारिणी में इस मुद्दे पर गहन चर्चा हुई।
महासम्मेलन के प्रदेश अध्यक्ष राजीव जैन ने इसके बाद पीएम, सीएम समेत बीजेपी व कांग्रेस को पत्र लिखा है।
उन्होंने कहा कि आढ़तियों के लिए बिचौलिया शब्द का इस्तेमाल करना उनकी गरिमा को ठेस पहुंचाने के बराबर है।
जैन ने कहा कि कानून के अनुसार मार्किट बोर्ड, कच्चा आढ़ती, पक्का आढ़ती, मिलकर स्टाकिस्ट का लाइसेंस बनाता है।
जिसमें आढ़ती किसान द्वारा मंडी में लाई गई जिनस को बेचने में अपनी सेवाएं देता है और 2.5 % आढ़त पाता है।
उन्होंने कहा कि आढती (Arhtiyas) की सरकार व market committee द्वारा जिम्मेदारी तय की गई हैं।
इनमें माल बेचना, क्वालिटी तोल व सरकार के खरीददार नहीं होने की सूरत में पेमेंट की गारंटी भी आढती की है।
उन्होंने कहा कि हर आढ़ती हर साल लाखों रुपए शार्टेज के नाम पर सरकार को देता है।
इस कारण सैकड़ों आढ़ती किसानों को payment करने को बाध्य रहे और बर्बाद हो गए।
इसलिए जिम्मेदार भूमिका निभाने वाले के लिए middleman शब्द आढती की प्रतिष्ठा के अनुकूल नहीं है।
जैन ने कहा कि आढ़तियों का किसान के साथ सदियों पुराना पारिवारिक संबंध है।
ऐसे में उनके प्रति ऐसी भावना का प्रदर्शन गलत है।