चंडीगढ़, 5 दिसंबर। पंजाब के सीएम चरणजीत सिंह चन्नी (CM Charanjit Singh Channi) बीजेपी पर हमलावर मुद्रा में आ गए हैं।
उन्होंने कहा कि बीजेपी ने अपने विभाजनकारी एजंडे की पूर्ति के लिए अमरिंदर व ढींडसा जैसे सहयोगी ढूंढ लिए हैं।
चन्नी का यह रुख केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के एक बयान के तुरंत बाद आया है।
अब CM Charanjit Singh Channi ने कहा कि पंजाब ने बीजेपी के विभाजनकारी एजंडे को खारिज कर दिया था।
चन्नी ने कहा कि साल 2019 में पीएम नरेंद्र मोदी के प्रभाव को भी पंजाब (Punjab) ने रद्द कर दिया था।
चन्नी ने कहा कि बीजेपी ने अपने किसान विरोधी एजंडे में अकालियों का प्रयोग 3 कानून लागू करने के लिए किया।
इसे रद्द करने के लिए धर्मनिरपेक्ष किसान संघर्ष ने मोदी को मजबूर कर दिया।
शिरोमणि अकाली दल ने इन कानूनों का ज़ोरदार समर्थन किया था।
अब अमरिन्दर बीजेपी के मंसूबों को लागू करने के लिए “पक्के एजेंट” के तौर पर काम कर रहे हैं।
CM Charanjit Singh Channi ने अकालियों को भी लपेटा
उन्होंने कहा कि बीजेपी की मूल संस्था RSS की मदद करने के लिए अकाली दल बीजेपी के वाहन के तौर पर काम करता रहा।
उन्होंने आरोप लगाया कि RSS की तरफ से सिख इतिहास को भी बिगाड़ने की हद तक कोशिश की गई।
इस संस्था की तरफ से एक दशक पहले छापा गया साहित्य इसके उसी एजंडे का सबूत है।
अकाली दल ने कभी भी इसका विरोध नहीं किया।
पंजाब के हित पहले प्रकाश सिंह बादल (Prakash Singh Badal) के नेतृत्व में भाजपा के पास गिरवी रखे गए।
अकालियों ने 1996 में वाजपेयी को बिना शर्त समर्थन देकर इस गठजोड़ के लिए रास्ता साफ किया था।
बादल ने बिना शर्त समर्थन देकर पंजाब व पंजाबियों के साथ धोखा किया था।
चन्नी ने कहा कि इस तरह बादल ने पंजाब का सौदा ही किया था।
Channi ने अमरिंदर पर साधा निशाना
Channi ने कहा कि अब कैप्टन अमरिन्दर सिंह सीएम होते हुए अहम मुद्दों पर मोदी सरकार का बचाव करने में जुटे रहे।
वे बीजेपी के जनविरोधी एजंडे को आगे बढ़ाने के लिए पूरी तरह सक्रिय रहे।
अमरिंदर अब इस द्वेषपूर्ण भूमिका को निभाने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।
उन्होंने कहा, हैरानी वाली बात नहीं कि अमरिंदर, बीजेपी के सहयोगी के तौर पर अकालियों का विकल्प बनेंगे।