2007 में 120बी का मुकद्दमा दर्ज करवाया गया था, उस समय भूपेंद्र हुड्डा हरियाणा के मुख्यमंत्री थे
कांग्रेस के सिर्फ पांच विधायक दुर्भावना को छुपाने के लिए मुझ से सात प्रश्न पूछ रहे हैं- अभय चौटाला
जींद, 28 जून। पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला को जेबीटी टीचर्स भर्ती घोटाले में जेल के मुद्दे पर इनेलो व कांग्रेस के बीच विवाद तूल पकड़ता जा रहा है।
दोनों ही तरफ से वार-पलटवार का खेल चल रहा है। पार्टी कार्यकर्ताओं में जोश भरने के लिए फील्ड में सक्रिय अभय चौटाला पिछले कुछ दिनों से इसी मुद्दे पर कांग्रेस व पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा पर निशाना साध रहे हैं। इसके जवाब में कांग्रेस में हुड्डा समर्थक विधायकों की तरफ से अभय चौटाला से 7 सवाल पूछे गए। इसके बावजूद अभय चौटाला मुखर अंदाज में हैं और उन्होंने सोमवार को जींद के मंच से कांग्रेस तथा हुड्डा पर हमले जारी रखे।
जींद जिले की जिला स्तरीय कार्यकर्ता बैठक में अभय सिंह चौटाला ने कहा कि इनेलो पार्टी का संगठन अन्य सभी राजनैतिक दलों से मजबूत एवं अनुशासित है। उन्होंने कहा आज प्रदेश की जनता मौजूदा गठबंधन सरकार से तंग है। जनता ने कांग्रेस के शासन से दुखी होकर प्रदेश में बीजेपी-जेजेपी सरकार को बहुमत दिया था परंतु अब प्रदेश की जनता पहले से भी ज्यादा तंग है और इनेलो पार्टी से जुड़ने के लिए तत्पर हैं।
इनेलो नेता ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने जानबूझकर एक षड्यंत्र के तहत सीबीआई से मिलकर चौधरी ओमप्रकाश चौटाला को जेल करवाने का काम किया था। आज कांग्रेसी नेता इस बात की झूठी सफाई देते फिर रहे हैं कि जिस समय जेबीटी भर्ती घोटाले का केस दर्ज हुआ उस समय प्रदेश में इनेलो की सरकार हुआ करती थी और दुर्भावना को छुपाने के लिए मुझ से सात प्रश्न पूछ रहे है। लेकिन मैं कांग्रेस से पूछना चाहता हूं कि पहली एफआईआर में चौधरी ओमप्रकाश चौटाला का नाम नहीं था जो एक षड्यंत्र के तहत 2007 में 120 बी के तहत दर्ज करवाया गया था और उस समय हरियाणा प्रदेश में कांग्रेस की सरकार थी और भूपेन्द्र सिंह हुड्डा हरियाणा के मुख्यमंत्री थे। उन्होंने कांग्रेस से एक प्रश्न पूछा कि क्या कांग्रेस पार्टी भाजपा से मिली हुई या नहीं, इस बात का कोई भी कांग्रेसी जवाब नहीं दे पाएगा। क्योंकि अनेकों ऐसे उदाहरण है जो यह साबित करने के लिए काफी हैं कि कांग्रेस का भूपेन्द्र हुड्डा गुट अंदरखाते भाजपा से मिला हुआ है।इस मौके पर नरवाना से बलराज दनौदा रिटायर्ड एडीओ ने अपने सैकड़ों साथियों सहित जेजेपी पार्टी को छोडक़र इनेलो पार्टी का दामन थामा वहीं, पूर्व सरपंच कली राम दनौदा खुर्द ने भी इनेलो पार्टी में अपनी आस्था जताई। वहीं प्रदीप, विरेन्द्र, राजपाल करसिंधु आदि ने भी परिवार सहित जेेजेपी को छोडक़र इनेलो में आस्था जताई। किसान नेता नवीन झांझ, जस्सु संगतपुरा, मोहित ढुल आदि अपने सैकड़ों युवा साथियों सहित जेजेपी को अलविदा कहकर इनेलो का दामन थामा। किसान नेत्री सुदेश कंडेला ने भी अनेकों महिलाओं सहित इनेलो पार्टी में अपनी आस्था जताई।