सीएम मनोहर लाल ने वर्चुअल मीटिंग में प्रवासी भारतीयों को दिया भरोसा
चंडीगढ़, 27 जून। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया की जेल में बंद करनाल के युवक विशाल जूड की रिहाई के लिए लगातार प्रयास जारी हैं और वे विदेश मंत्री एस. जयशंकर से विशाल जूड की रिहाई के संबंध में दोबारा बातचीत करके ऑस्ट्रेलिया के हाई कमीशन से इस मामले में हस्तक्षेप कर विशाल की सुरक्षा सुनिश्चित करने का आग्रह करेंगे।
मुख्यमंत्री ने मनाली में अपने दौरे के दूसरे दिन आज ऑस्ट्रेलिया में रहने वाले प्रवासी भारतीयों व एनजीओ के प्रतिनिधियों से वर्चुअल बैठक कर कोविड-19 महामारी के दौरान उनके द्वारा भारत में ऑक्सीजन कंसंट्रेटर व अन्य स्वास्थ्य उपकरण भेज कर की गई मदद के लिए धन्यवाद किया। बीजेपी के प्रदेशाध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़ व अन्य पदाधिकारी भी इस वर्चुअल बैठक से जुड़े।
मुख्यमंत्री ने कहा कि विशाल की रिहाई के संबंध में उन्होंने पहले ही विदेश मंत्री डॉ. जयशंकर से बात की है और उन्होंने विदेश मंत्रालय व ऑस्ट्रेलिया में भारतीय उच्चायोग की ओर से पूर्ण सहयोग देने का आश्वासन दिया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि विदेशों में बसे हरियाणवियों के हितों के लिए हरियाणा सरकार हर सुख-दुख में उनके साथ खड़ी है। वर्तमान राज्य सरकार हरियाणा एक-हरियाणवी एक के मंत्र के साथ आगे बढ़ रही है और यदि विदेशों में प्रवासी हरियाणवियों को किसी प्रकार की कोई समस्या आएगी तो हरियाणा सरकार कानूनी सहायता देने के लिए तैयार है।
इस मौके पर मुख्यमंत्री ने प्रवासी हरियाणवियों और विदेशी निवेशकों को हरियाणा में निवेश करने के लिए भी आग्रह किया। उन्होंने कहा कि पिछले साढे छह वर्षों में हरियाणा डिजिटलीकरण की ओर बढ़ा है। हरियाणा को विश्व मानचित्र पर लाने के लिए ईज ऑफ डुइंग बिजनेस, नए उद्योगों की स्थापना के लिए सिंगल-विंडो क्लीयरेंस सिस्टम जैसे कई प्रयास किए गए हैं। ये सभी कदम हरियाणा में निवेशकों को लुभाने के लिए एक बड़ा गेम-चेंजर साबित हो रहे हैं।
निवेश करने के लिए हरियाणा को उपयुक्त गंतव्य बताते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि विदेशी निवेश से संबंधित विभिन्न मुद्दों को हल करने और विदेश निवेशकों से समन्वय स्थापित करने के लिए प्रदेश सरकार ने विदेश सहयोग विभाग का गठन किया है। इसके साथ ही, सिंगल विंडो सिस्टम बनाया गया है, जिस पर निवेशकों को उद्योग स्थापित करने के लिए 45 दिनों में सभी प्रकार की मंजूरी ऑनलाइन आसानी से मिल जाती है। इसके अलावा, हरियाणा में अपना व्यवसाय स्थापित करने के इच्छुक निवेशकों को उनकी सुविधा के लिए एक रिलेशनशिप मैनेजर दिया जाता है।
मनोहर लाल ने कहा कि हरियाणा सरकार राज्य में प्रगतिशील कारोबारी माहौल बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। इसके लिए राज्य सरकार ने निवेश एवं व्यवसाय प्रोत्साहन नीति भी तैयार की है। हरियाणा में 10 इंडस्ट्रीयल मॉडल टाउनशिप बनाए गए हैं, जिनमें विश्वस्तर की सुविधाओं के साथ इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार किया गया है। राज्य में सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों (एमएसएमई) को बढ़ावा देने के उद्देश्य से अलग से एमएसएमई विभाग बनाया गया है।
उन्होंने कहा कि हरियाणा ऑटो कंपनियों और ऑटो-घटक निर्माताओं के लिए एक पसंदीदा स्थान है। साथ ही, राज्य ने आईटी और जैव प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में भी अपनी पहचान बनाई है। हरियाणा सॉफ्टवेयर निर्यात करने के मामले में में अग्रणी है और यह आईटी/आईटीईएस सुविधाओं के लिए भी पसंदीदा गंतव्य है। हरियाणा में ऑटो विनिर्माण, कौशल विकास, आईटी और आईटीईएस, कृषि और कृषि-आधारित उद्योग जैसे खाद्य प्रसंस्करण, स्वास्थ्य व पशु विज्ञान, पर्यटन, इंटिग्रेटिड एविऐशन हब इत्यादि क्षेत्र में हरियाणा में उद्योग की अपार संभावनाएं हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हरियाणा सरकार बी2बी, जी2जी, बी2जी जैसे व्यवसाय के विभिन्न मॉडलों में से एच2एच यानि ‘हर्ट टू हर्ट’मॉडल में विश्वास रखते हैं और निवेशकों के साथ-साथ उपभोक्ताओं की संतुष्टि पर भी बल देते हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के संकट काल के बाद हरियाणा को एक बार फिर विश्व मानचित्र पर लाने के लिए प्रदेश सरकार विदेशी निवेशकों को राज्य में निवेश करने के लिए प्रयास कर रही है।
बीजेपी के प्रदेशाध्यक्ष श्री ओम प्रकाश धनखड़ ने भी ऑस्ट्रेलिया में रहने वाले प्रवासी भारतीयों एवं एनजीओ के प्रतिनिधियों का कोविड-19 महामारी के दौरान भारत में की गई मदद के लिए धन्यवाद किया। उन्होंने कहा कि प्रवासी हरियाणवियों के लिए बीजेपी व उनकी सरकार हर तरह की मदद मुहैया करवाने के लिए तैयार है। उनकी सरकार सदैव हरियाणा के हर नागरिक के कल्याण के लिए कार्य करती रही है और आगे भी करती रहेगी।