मीत हेयर आज रियात बाहरा यूनिवर्सिटी, मोहाली में एसोसिएशन आफ अनएडिड कालेज टीचर्ज़ ( एयूसीटी), पंजाब और चंडीगढ़ की तरफ से उच्च शिक्षा पर करवाए राज्य स्तरीय सैमीनार को संबोधन कर रहे थे।
मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार की तरफ से शुरू किये सुधारों के साथ-साथ न सिर्फ़ अध्यापकों का शोषण ख़त्म होगा, बल्कि उच्च शिक्षा को सस्ती, हुनर- आधारित और नौकरियाँ प्रदान करके देश में ही रोज़गार के काबिल बनाया जा सकेगा जिससे अपने साधनों के लिए विदेश न जाना पड़े। व्यावसायिक प्रमुख उच्च शिक्षा आज के समय की सबसे बड़ी ज़रूरत है। उन्होंने कहा कि पंजाब की उच्च शिक्षा संस्थाओं के मसलों की शिनाखत करने और हल करने के लिए कमेटी बनाई जायेगी।
मीत हेयर ने कॉलेजों और यूनिवर्सिटियों के विद्यार्थियों को राज्य सरकार की तरफ से करवाई जा रहे ‘‘खेडां वतन पंजाब दीयां’’ में बढ़चढ़ कर हिस्सा लेने के लिए प्रेरित किया।
सैमीनार का मकसद पंजाब में उच्च शिक्षा से सम्बन्धित ज्वलंत मसलों पर विचार- विमर्श करना और इसके विकास के लिए एक रूप-रेखा तैयार करने के लिए अकादमिक, बुद्धिजीवी वर्ग और सरकार को एक सांझा प्लेटफार्म पर लाना था। सैमीनार में कालेजों और यूटी के लगभग 400 ग़ैर-सहायता प्राप्त कालेज अध्यापक मौजूद रहे।

