हरजोत सिंह बैंस द्वारा विशेष प्रशिक्षण प्रोग्रामों के द्वारा हुनर को निखारने हेतु 105 इंस्ट्रक्टरों के 3 बैच किये रवाना
चंडीगढ़, 8 अगस्तः
मुख्यमंत्री स. भगवंत मान के दूरदर्शी नेतृत्व अधीन विद्यार्थियों को व्यापक और प्रैक्टिकल शिक्षा प्रदान करने के उद्देश्य से चलाईं विभिन्न पहलकदमियों को आगे बढ़ाते हुये आज अलग-अलग ट्रेडों के इंस्ट्रक्टरों के हुनर को निखारने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाते हुये स. हरजोत सिंह बैंस ने 105 इंस्ट्रक्टरों के तीन बैचों को पाँच दिवसीय एडवांस प्रशिक्षण प्रोग्रामों के लिए रवाना किया, जिनमें से प्रत्येक प्रोग्राम वर्तमान औद्योगिक ज़रूरतों के मद्देनज़र महत्वपूर्ण हुनर को निखारने के लिए तैयार किया गया है।
इस सम्बन्धी जानकारी देते हुये पंजाब के तकनीकी शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस ने बताया कि फ़िटर और वेल्डर ट्रेड के 20 इंस्ट्रक्टरों के पहले बैच को झाड़माजरी, बद्दी(हिमाचल प्रदेश) स्थित सैंट्रल इंस्टीट्यूट आफ प्लास्टिक इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी ( सी. आई. पी. ई. टी.) में सी. एन. सी. मशीनिंग तकनीकों का प्रशिक्षण दिया जायेगा।
इसी तरह 20 इंस्ट्रक्टरों ( ड्राफ्टसमैन मकैनिकल और ड्राफ्टसमैन सिवल ट्रेड) का दूसरा बैच ऑटो कैड मकैनीकल/ सिवल प्रशिक्षण प्रोग्राम में हिस्सा लेगा, जोकि भारत सरकार की सोसायटी, सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग मंत्रालय, सैंट्रल टूल रूम लुधियाना में करवाया जा रहा है।
स. हरजोत सिंह बैंस ने कहा कि टर्नर और मशीनिस्ट ट्रेडों में इंस्ट्रक्टरों के सामर्थ्य में और विस्तार करने के लिए सीऐनसी मशीनिंग तकनीकों में सामर्थ्य बढ़ाने सम्बन्धी प्रोग्राम करवाया जायेगा। कुल 65 इंस्ट्रक्टर चंडीगढ़ स्थित नेशनल इंस्टीट्यूट आफ टैकनिकल टीचर्ज ट्रेनिंग एंड रिर्सच ( एन. आई. टी. टी. टी. आर.) में प्रशिक्षण लेंगे।
इन पहलकदमियों के प्रति अपना उत्साह ज़ाहिर करते हुये स. बैंस ने कहा कि अलग-अलग उद्योगों में हुनरमंद पेशेवरों के विकास को उत्साहित करने के लिए विशेष प्रशिक्षण अपेक्षित है। उन्होंने कहा कि यह पेशकदमी मुख्यमंत्री स. भगवंत मान के नेतृत्व वाली सरकार की विद्यार्थियों को उच्च स्तरीय प्रैक्टिकल शिक्षा प्रदान करने की वचनबद्धता को दर्शाती है। उन्होंने बताया कि इन तीनों प्रशिक्षण और प्रोग्रामों पर कुल 15 लाख रुपए का खर्चा आयेगा।
इस दौरान तकनीकी शिक्षा और औद्योगिक प्रशिक्षण विभाग के सचिव श्री प्रियंक भारतीय, तकनीकी शिक्षा और औद्योगिक प्रशिक्षण विभाग के डायरैक्टर डी. पी. एस. खरबन्दा और तकनीकी शिक्षा और औद्योगिक प्रशिक्षण विभाग के संयुक्त डायरैक्टर (योजना) विजयइन्दर धवन भी मौजूद थे।