चंडीगढ़, 21 फरवरी। हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने Universities में Research, उद्यमिता, स्टार्ट-अप, इनोवेशन जैसे कार्यों के लिए सुविधाएं बढ़ाए जाने पर बल दिया है।
(Haryana Governor Bandaru Dattatreya has stressed increasing facilities for research, entrepreneurship, start-up, innovation in universities.)
वे एक दिवसीय virtual workshop में कुलपति व कुलसचिवों को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि यूनिवर्सिटियों में सीखने व सिखाने की प्रक्रिया जारी रहनी चाहिए।
जिससे प्रोफसर और प्राध्यापकों के बौधिक स्तर में तो वृद्वि होगी ही और साथ में छात्रों को गुणवत्ता की शिक्षा मिलेगी।
Research जैसे कार्यों के साथ शैक्षणिक वातावरण बेहतर बनाएं
इस workshop में प्रदेश की स्टेट यूनिवर्सिटियों में शिक्षा से जुड़ी गतिविधियों की जानकारी दी गई।
राज्यपाल ने कहा कि अनुसुचित जाति, पिछड़े वर्ग के लोगों व महिलाओं को शिक्षा सम्बन्धि और सुविधाएं दी जानी चाहिए।
इसके साथ-साथ छात्रों को नैतिक शिक्षा का भी पाठ पढ़ाएं।
उन्होनें कहा कि स्किल डेवलपमेंट के लिए औद्योगिक इकाईयों से कॉन्टैक्ट किए जाएं।
यूनिवर्सिटियों में incubation center खोलना भी जरूरी है।
इसके साथ-साथ जोब-प्लेसमैंट की व्यवस्था जरूरी है।
इनके लिए पूर्व छात्रों का भरपूर सहयोग लिया जा सकता है।
उन्होनें कहा कि छात्रों को देश में ही रोजगार मिले इसके लिए केन्द्र सरकार 51 हजार करोड़ रू की राशि खर्च कर रही है।
उन्होनें कहा कि यूनिवर्सिटियों में एकेडमिक सैशन का निश्चित शैड्यूल तैयार होना चाहिए।
इसके अलावा परीक्षा और परिणाम से जुड़े कार्यो में व्यापक सुधार की जरूरत है।
शिक्षा को डिजिटल रूप देने से internet of things, robotics, blockchain technology की ओर बढ़ा जा सकता है।
उन्होनें यूनिवर्सिटियों का आहवान किया वे हरियाणा को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में ले जाने वाले प्रोजेक्ट तैयार करें।
राज्यपाल ने कहा कि पौधारोपण, नशामुक्ति, फिट इंडिया जैसे कार्यक्रमों से जोड़ कर युवा शक्ति का भरपूर उपयोग करें।
(The Governor said that youth power should be fully utilized by connecting it with programs like tree plantation, drug de-addiction, Fit India.)