नई दिल्ली, 10 अक्तूबर। रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी रिलायंस न्यू एनर्जी सोलर लिमिटेड (RNESL) ने चाइना नेशनल ब्लूस्टार (ग्रुप) से REC सोलर होल्डिंग्स एएस (REC ग्रुप) की 100% हिस्सेदारी के खरीदने की घोषणा की है। सौदा 771 मिलियन अमरीकी डालर के एंटरप्राइज मूल्य पर तय हुआ है।
अधिग्रहण पर बोलते हुए रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने कहा: “मैं REC के अधिग्रहण से बेहद खुश हूं क्योंकि यह सूर्य देव की असीमित और साल भर मिलने वाली सौर शक्ति का दोहन करने में मदद करेगा। यह अधिग्रहण दशक के अंत से पहले 100 गीगावॉट स्वच्छ और हरित ऊर्जा बनाने के रिलायंस के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए, नई और उन्नत प्रौद्योगिकियों और परिचालन क्षमताओं में निवेश करने की हमारी रणनीति के अनुरूप है। प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के लक्ष्य 2030 तक भारत में 450 गीगावॉट नवीकरणीय ऊर्जा का उत्पादन है और इसे प्राप्त करने में किसी एकल कंपनी का यह सबसे बड़ा योगदान होगा। यह भारत को जलवायु संकट से उबारने और ग्रीन एनर्जी में वर्ल्ड लीडर बनने में मदद करेगा।“
”हालिया निवेशों के साथ रिलायंस अब वैश्विक स्तर पर एकीकृत फोटोवोल्टिक गीगा फैक्ट्री स्थापित करने और भारत को कम लागत और उच्चतम दक्षता वाले सौर पैनलों के मैन्यूफैक्चरिंग हब बनाएगा। हम वैश्विक कंपियों के साथ निवेश, निर्माण और सहयोग करना जारी रखेंगे ताकी भारत और दुनिया भर के बाजारों में ग्राहकों को किफायती कीमतों पर उच्च गुणवत्ता और विश्वसनीय प्रोडक्ट दे सकें। ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में विकेंद्रीकृत तरीके से लाखों हरित रोजगारों के अवसर पैदा होंगे, इन अवसरों को लेकर मैं बेहद उत्साहित हूं।“
REC एक मल्टीनेशनल सौर ऊर्जा कंपनी है। कंपनी का मुख्यालय नॉर्वे में और इसका ऑपरेशनल मुख्यालय सिंगापुर में है। उत्तरी अमेरिका, यूरोप, ऑस्ट्रेलिया और एशिया-प्रशांत में कंपनी के क्षेत्रीय केंद्र हैं। नॉर्वे में दो और सिंगापुर में एक मैन्यूफैक्चरिंग यूनिट है। कंपनी अपने तकनीकी इनोवेशन, उच्च दक्षता के साथ किफायती सौर ऊर्जा पैनल्स के निर्माण के लिए जानी जाती है। 25 वर्षों के अनुभव के साथ यह दुनिया की अग्रणी सौर सेल / पैनल और पॉलीसिलिकॉन निर्माण कंपनियों में से एक है।
बेहद कम कार्बन फुटप्रिंट वाली आरईसी के पास 600 से अधिक उपयोगिता और डिजाइन पेटेंट हैं, जिनमें से 446 स्वीकृत हैं और शेष का मूल्यांकन किया जा रहा है। REC विश्व स्तर पर एक विश्वसनीय ब्रांड है जो इनोवेशन के लिए जानी जाती है। तमाम उत्पादकों द्वारा आज आरईसी की हाफ कट पैसिवेटेड एमिटर और रियर सेल (PERC) तकनीकों के आधार पर उत्पादन किया जा रहा है। जबकि REC नें अगली पीढ़ी की एचजेटी तकनीक को अपना लिया है। दुनिया भर में REC में 1,300 से अधिक कर्मचारी काम करते हैं। लेन-देन के बाद वे रिलायंस परिवार का हिस्सा बन जाएंगे। रिलायंस के महत्वाकांक्षी ग्रीन एनर्जी मिशन को गति देंगे। आरईसी की फ्रांस, अमेरिका और सिंगापुर में विस्तार योजनाओं को रिलायंस अपना पूरा सपोर्ट देगा।
रिलायंस REC की बेहतरीन तकनीकों का इस्तेमाल, जामनगर में बनने वाले धीरूभाई अंबानी ग्रीन एनर्जी गीगा कॉम्प्लेक्स में करेगा। जिसकी क्षमता 4 GW प्रति वर्ष से शुरू करके 10 GW प्रति वर्ष तक बढ़नें की योजना है। जहां आरईसी के पास बेहतरीन सौलर तकनीक है वहीं रिलायंस के पास बड़े पैमाने पर परियोजना लगाने और उसे उत्कृष्टता से चलाने का दशकों का अनुभव है। दोनों साथ मिलकर धीरूभाई अंबानी ग्रीन एनर्जी गीगा कॉम्प्लेक्स में अत्याधुनिक अगली पीढ़ी का पूरी तरह से एकीकृत पीवी मैन्यूफैक्चरिंग सुविधा लगाएंगे और बाद में दुनिया भर में इसी तरह की बड़ी निर्माण सुविधाएं लगायी जा सकती हैं। REC के अधिग्रहण से रिलायंस की पहुंच अमेरिका, यूरोप, ऑस्ट्रेलिया और एशिया के साथ दुनिया भर के सौर ऊर्जा बाजारों में हो जाएगी।