चंडीगढ़, 30 सितंबर। देशभर में चलाए जा रहे जल जीवन मिशन के सिलसिले में 2 अक्टूबर को महात्मा गांधी की जयंती पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश में ग्राम सभाओं को संबोधित करेंगे।
हरियाणा के मुख्य सचिव विजय वर्धन ने इस संबंध में यहां वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी जिला उपायुक्तों के साथ बैठक कर कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
विजय वर्धन ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विज़न के अनुरूप हर ग्राम पंचायत को अपनी भागीदारी सुनिश्चित करवाना है, ताकि हरियाणा जल जीवन मिशन में अग्रणी राज्यों में अपनी पहचान बना सके।
बैठक में बताया गया कि 2 अक्टूबर को निर्धारित रूपरेखा के अनुसार प्रधानमंत्री सभी ग्राम सभाओं को संबोधित करेंगे और जल जीवन मिशन का विजन, उद्देश्य व आगामी रणनीति साझा करेंगे।
बैठक में बताया गया कि जल जीवन मिशन के तहत हरियाणा में गांव में जल एवं स्वच्छता समिति गठित की गई है।
इस समिति में 50 प्रतिशत महिलाओं की भागीदारी को भी सुनिश्चित किया गया है।
इस समिति की देखरेख में ग्राम कार्य योजना (विलेज एक्शन प्लान) बनाई गई है, जिसमें पेयजल आपूर्ति योजना के बारे में पूर्ण विवरण है और ग्राम पंचायत में इस विवरण के तहत पेयजल आपूर्ति योजना को क्रियान्वित किया जाएगा ।
बैठक में यह भी बताया कि जल जीवन मिशन के तहत गांव में सभी घरों में कार्यात्मक घरेलू नल कनेक्शन उपलब्ध कराने का लक्ष्य रखा गया था, जिसमें से सभी घरों में नल के कनेक्शन उपलब्ध करवा दिए गए हैं तथा पेयजल योजना के सुदृढीकरण के कार्य प्रगति पर हैं।
जल जीवन मिशन के तहत योजना के क्रियान्वयन के पश्चात इसका रखरखाव व संचालन ग्राम जल एवं सीवरेज समिति द्वारा किया जाएगा ।
बैठक में बताया गया कि केंद्र सरकार ने एक डैश बोर्ड https://ejalshakti.gov. in/ijmreport/ijmindia.aspx बना या है, जिस पर कोई भी नागरिक अपने गांव से पेयजल संबंधित जानकारी हासिल कर सकते हैं।
इस डैश बोर्ड पर जल एवं स्वच्छता समिति, पेयजल स्थिति, उपभोक्ताओं, पेयजल गुणवत्ता, पेयजल स्रोत इत्यादि के बारे में जानकारी उपलब्ध है। इस डैश बोर्ड के माध्यम से कोई भी उपभोक्ता पेयजल संबंधित अपनी शिकायत दर्ज करवा सकता है ।
बैठक में जानकारी दी गई कि इस समय जल जीवन मिशन के तहत जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग व जल एवं स्वच्छता सहायक संगठन कार्यरत हैं, ताकि सभी घरों में प्रतिदिन तय मात्रा में स्वच्छ पेयजल आपूर्ति को सुनिश्चित किया जा सके ।