चंडीगढ़, 26 जून। नशों के दुष्प्रभावों के बारे में सख़्त संदेश देने के लिए पंजाब पुलिस ने आज नशाखोरी और ग़ैर-कानूनी तस्करी विरोधी अंतरराष्ट्रीय दिवस के मौके पर लोगों को जागरूक करने के लिए राज्य भर के सभी जिलों में विभिन्न जागरूकता गतिविधियां करवाईं।
(डीजीपी) दिनकर गुप्ता ने कहा कि नशों के विरुद्ध चल रही लड़ाई के हिस्से के तौर पर जहाँ राज्य पुलिस ने नशों की सप्लाई की चेन को तोडऩे के लिए शानदार सफलता हासिल की है, वहीं लोग खासकर राज्य के नौजवानों को नशों के दलदल में जाने से रोकने के लिए कोशिशें भी की जा रही हैं।
उन्होंने कहा कि नशाखोरी और ग़ैर-कानूनी तस्करी विरोधी अंतरराष्ट्रीय दिवस मनाने के लिए पंजाब पुलिस ने 19 जून से 26 जून तक सभी जिलों में हफ़्ते भर के लिए जागरूकता मुहिम चलाई थी, जिसके अंतर्गत सीपीज/एसएसपी ने लोगों को जागरूक करने के लिए अपने सम्बन्धित जिलों में नुक्कड़ नाटक, रक्तदान कैंप, साइकिल रैली, मैराथन और सैमीनार आदि समेत विभिन्न गतिविधियां करवाईं।
डीजीपी ने नशों के विरुद्ध लड़ाई में पंजाब पुलिस के प्रयासों की सराहना करने और अमृतसर में बरामद किए गए नशे को नष्ट करने की कार्यवाही की डिजिटल तौर पर शुरुआत करने के लिए पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह का धन्यवाद भी किया।
गुप्ता ने ‘नशों को कहो ना’ का संदेश देते हुए लोगों से अपील की कि वह किसी भी तरह के नशे से दूर रहें, क्योंकि नशे के आदी होने से उनकी जान भी जा सकती है। उन्होंने राज्य के लोगों को किसी भी तरह की नशा तस्करी का पता लगने पर पंजाब पुलिस के हेल्पलाइन नंबर 181 पर जानकारी साझा करके नशों के खिलाफ लड़ाई में पंजाब पुलिस की मदद करने के लिए भी प्रेरित किया।
उन्होंने बताया कि एस.टी.एफ. समेत पंजाब पुलिस ने पिछले 4 सालों के दौरान 2100 किलोग्राम से अधिक हेरोइन बरामद की है। उन्होंने कहा कि एन.डी.पी.एस. एक्ट के अधीन दर्ज मामलों की संख्या और एन.डी.पी.एस. के अंतर्गत दोषी पाए जाने वाले व्यक्तियों की गिरफ्तारी सम्बन्धी राष्ट्रीय स्तर के आंकड़ों के विश्लेषण से पता चलता है कि देश भर में से अकेले पंजाब में ही एन.डी.पी.एस. के 17 प्रतिशत से अधिक मामले दर्ज किए गए और इस एक्ट के अंतर्गत दोषियों को गिरफ्तार किया गया।
जिलों में करवाई गई विभिन्न गतिविधियों का विवरण देते हुए पुलिस विभाग के सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि फतेहगढ़ साहिब में एक नशा विरोधी रैली और एक मिनी मैराथन का आयोजन किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में पुलिस कर्मचारियों और स्थानीय नौजवानों ने हिस्सा लेकर नशों के विरुद्ध जंग में अपनी एकजुटता प्रकट की।
लुधियाना कमिश्नरेट पुलिस ने नशों के खिलाफ जागरूकता प्रोग्राम, सेमिनार, वेबिनार, साइकिल रैलियां, नुक्कड़ नाटक करवा कर नशों के विरुद्ध बहुपक्षीय पहुँच अपनाई और नशे के लिए दोषी पाए गए व्यक्तियों, घोषित अपराधियों, पैरोल और जमानत पर गए व्यक्तियों के खिलाफ छापेमारी भी की गई।