चंडीगढ़, 16 अगस्त। हरियाणा के CM Manohar Lal (मुख्यमंत्री मनोहर लाल) ने कहा है कि प्रदेश में अब पैमाइश (measurement) अथवा निशानदेही (spotting) से जुड़े मामलों में देरी नहीं होगी।
हर तहसील में पैमाइश की डिफ्रेंशियल ग्लोबल पॅाजिशनिंग सिस्टम (DGPS) मशीन मुहैया करवाई जाएगी।
(Differential Global Positioning System (DGPS) metering machine will be provided in every tehsil.)
मुख्यमंत्री ने गुरुग्राम में जिला लोक संपर्क एवं कष्ट निवारण समिति की मासिक बैठक की अध्यक्षता करते हुए यह बात कही।
बैठक में कुल 13 शिकायते रखी गई थी जिनमें से मुख्यमंत्री ने 11 का मौके पर ही निपटारा कर दिया।
बताया कि पहले उपायुक्त ने 33 शिकायतें बैठक में रखने के लिए निर्धारित की थी।
बैठक में पैमाइश से संबंधित दो शिकायतें रखी गई थीं, जिनको सुनने के बाद मुख्यमंत्री ने ये आदेश दिए।
measurement के लिए हर जिले को मशीने देने के आदेश
इस समय प्राइवेट लोगों को DGPS) metering machine चलाने की अनुमति दी हुई है।
वे ही निशानदेही अथवा पैमाइश (measurement) का काम करते हैं।
इसके लिए वे निर्धारित फीस वसूल करते हैं।
सीएम ने हर तहसील में एक डीजीपीएस मशीन मुहैया करवाने के आदेश दिए।
उन्होंने कहा कि इससे तहसील ऑफिसों में पैमाइश (measurement) या निशानदेही की वजह से लंबित मामले जल्द निपट सकेंगे।
सीएम ने कहा कि समस्या को सुलझाने के लिए ढलान वाले क्षेत्र में झील बनाने पर विचार चल रहा है।
इसी तरह उसके चारो तरफ बांध बनाकर बाकी जमीन को जलमग्न होने से बचाने पर विचार किया जा रहा है।
इसमें लगभग 5 हजार एकड़ कृषि भूमि प्रभावित है।
इस समस्या का समाधान होने से नजफगढ़ ड्रेन के साथ स्थित हजारो एकड़ कृषि भूमि का उपयोग हो पाएगा।
इस अवसर पर बादशाहपुर के विधायक एवं हरियाणा एग्रो इंडस्ट्रीज के चेयरमैन राकेश दौलताबाद भी मौजूद थे।
मुख्यमंत्री के पब्लिक सेफ्टी एडवाइजर अनिल राव, उपायुक्त डा. यश गर्ग भी मौजूद थे।