चंडीगढ़, 7 सितंबर। हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने आज यहां राज्य में कोविड- 19 सीरो सर्वेक्षण के तीसरे दौर की शुरुआत की।
उन्होंने बताया कि सीरो सर्वे का पहला दौर अगस्त, 2020 में आयोजित किया गया था जिसमें कोविड-19 की व्यापकता 8 प्रतिशत पाई गई थी।
इसी प्रकार, दूसरा दौर अक्टूबर, 2020 में आयोजित किया गया था जिसमें कोविड-19 की व्यापकता 14.8 प्रतिशत पाई गई थी।
उन्होंने बताया कि इस सर्वे को करने के लिए लगभग 2200 मैडीकल स्टाफ को लगाया गया है तथा इस सर्वे की रिपोर्ट दो सप्ताह के भीतर प्रस्तुत कर दी जाएगी।
इसके अलावा, उन्होंने कहा कि पिछले एक महीने में कोविड के 15 से नीचे मामले आ रहे हैं और वे ऐसा मानते हैं कि हरियाणा जल्द कोविड फ्री स्टेट हो सकता है।
विज ने यह जानकारी यहां सीरो सर्वे के तीसरे दौर की शुरुआत करने के दौरान दी।
इस मौके पर स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव राजीव अरोड़ा, स्वास्थ्य सेवाएं विभाग की महानिदेशक डॉ। वीना सिंह और निदेशक डॉ। उषा गुप्ता भी उपस्थित थी।
कैसे होगा इस बार का सर्वे
स्वास्थ्य मंत्री ने सीरो सर्वे के जानकारी देते हुए बताया कि सीरो सर्वे में यह देखा जाता है कि व्यक्ति के अंदर कितने एंटीबॉडी बन चुके हैं और यह एंटीबॉडी किस प्रकार तैयार हुई।
स्वास्थ्य मंत्री ने सीरो सर्वे के जानकारी देते हुए बताया कि सीरो सर्वे में यह देखा जाता है कि व्यक्ति के अंदर कितने एंटीबॉडी बन चुके हैं और यह एंटीबॉडी किस प्रकार तैयार हुई।
इस सर्वे में यह भी पता लगाया जाएगा कि व्यक्ति के अंदर वैक्सीनेशन के अनुसार एंटीबॉडी तैयार हुई है या कोरोना के संक्रमण के बाद एंटीबॉडी विकसित हुई है।
इसी प्रकार, इस सर्वे में यह भी पता लगाया जाएगा कि व्यक्ति के अंदर कोवैक्सीन या कोविशील्ड इत्यादि वैक्सीन के पहली व दूसरी डोज लेने के बाद कितने प्रतिशत एंटीबॉडी तैयार हुई है।
उन्होंने कहा कि यह देश का पहला ऐसा सर्वे होगा जिसमें इन सभी चीजों के आधार पर सर्वे किया जाएगा।
सीरो सर्वें होगा व्यापक- विज
विज ने बताया कि यह सीरो सर्वे पिछले किए गए सीरो सर्वे से व्यापक होगा जिसमें 36,520 सैंपल लिए जाएंगे जबकि पिछले सर्वे में 18500 के लगभग सैंपल लिए गए थे।
विज ने बताया कि यह सीरो सर्वे पिछले किए गए सीरो सर्वे से व्यापक होगा जिसमें 36,520 सैंपल लिए जाएंगे जबकि पिछले सर्वे में 18500 के लगभग सैंपल लिए गए थे।
उन्होंने बताया कि इस सर्वे में 6 साल से ऊपर के बच्चों को भी कवर किया जाएगा और यह सर्वें ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में भी होगा।
इस बार किए जा रहे सीरो सर्वें में 6 से 9 साल तक के लगभग 3600 बच्चों, 10 से 17 साल की आयु तक के 11 हजार और 18 साल से ऊपर के 22 हजार लोगों को शामिल किया जा रहा है।
इस सर्वे में कुल सेम्पल का 60 प्रतिशत ग्रामीण क्षेत्र व 40 प्रतिशत शहरी क्षेत्र के लोगों का अनुपात होगा।
स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि इस सर्वे को करने के लिए लगभग 2200 मैडीकल स्टाफ को लगाया गया है तथा इस सर्वे की रिपोर्ट दो सप्ताह के भीतर प्रस्तुत कर दी जाएगी ताकि संभावित तीसरी कोरोना लहर के लिए तैयार के मापदंड बन सकें ।
राज्य में 1.73 करोड़ लोग हुए वैक्सीनेट
विज ने बताया कि अब तक हरियाणा में लगभग 1.73 करोड़ पात्र लोगों को वैक्सीनेट किया जा चुका है और हम लगभग अपने लक्ष्य के नजदीक हैं क्योंकि वैक्सीनेशन ही एकमात्र कोरोना संक्रमण से बचाव का कवच है।
विज ने बताया कि अब तक हरियाणा में लगभग 1.73 करोड़ पात्र लोगों को वैक्सीनेट किया जा चुका है और हम लगभग अपने लक्ष्य के नजदीक हैं क्योंकि वैक्सीनेशन ही एकमात्र कोरोना संक्रमण से बचाव का कवच है।
उन्होंने कहा कि राज्य के सभी लोगों को वैक्सीनेशन का कार्य तेजी से किया जा रहा है तथा संभावित तीसरी लहर से लोगों को बचाया जा सकें।
उन्होंने कहा कि ऐसा भी कहा जा रहा है कि यदि कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर आती है तो वह इतनी खतरनाक नहीं होगी।
इस साल अपने सभी त्यौहार घरों में ही रहकर मनाएं- स्वास्थ्य मंत्री
उन्होंने बताया कि त्यौहारों का सीजन आ रहा है और ऐसी आशंका है कि इससे संक्रमण बढ़ सकता है।
उन्होंने बताया कि त्यौहारों का सीजन आ रहा है और ऐसी आशंका है कि इससे संक्रमण बढ़ सकता है।
इसलिए हमने लोगों से अपील की है कि इस साल अपने सभी त्यौहार घरों में ही रहकर मनाएं, ताकि संक्रमण को फैलने से रोका जा सके।
हरियाणा जल्द ही ऑक्सीजन के मामले में होगा आत्मनिर्भर- विज
विज ने बताया कि पीएम केयर फण्ड से 42 ऑक्सीजन प्लांट हरियाणा में लगाए जा रहे हैं। इसके अलावा, 139 ऑक्सीजन प्लांट के लिए टेंडर लगाए जा चुके हैं।
विज ने बताया कि पीएम केयर फण्ड से 42 ऑक्सीजन प्लांट हरियाणा में लगाए जा रहे हैं। इसके अलावा, 139 ऑक्सीजन प्लांट के लिए टेंडर लगाए जा चुके हैं।
उन्होंने बताया कि राज्य के सभी 50 बिस्तर से ऊपर के सरकारी अस्पतालों में पीएसए प्लांट लगाने के आदेश दिए गए हैं तथा 50 बिस्तर से ऊपर के सभी निजी अस्पतालों को भी अपने यहां पीएसए प्लांट लगाने के लिए कहा गया है, यदि निजी अस्पताल अपने यहां ऑक्सीजन प्लांट नहीं लगाते हैं तो उनका लाइसेंस कैंसिल किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि वे ऐसा मानते हैं कि हरियाणा जल्द ही ऑक्सीजन के मामले में आत्मनिर्भर बन जाएगा।
इस मौके पर स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री राजीव अरोड़ा ने कहा कि इस बार किए जाने वाले सीरो सर्वे में स्पाइक प्रोटीन की भी जांच की जाएगी।
उन्होंने बताया कि इस महीने हरियाणा को कोविड की 70 लाख डोज मिली है और सितंबर माह के दौरान ही हमने पात्र सभी लोगों को वैक्सीनेट करने का लक्ष्य रखा है।
उन्होंने बताया कि 18 साल से ऊपर की 1.90 करोड़ जनसंख्या पात्र लोगों की है और लगभग 1.25 करोड लोगों को पहली डोज लग चुकी है जबकि अब ज्यादा से ज्यादा लोगों को दूसरी डोज देकर कवर करना है।
इस मौके पर स्वास्थ्य मंत्री ने ‘‘हरियाणा विलेज जनरल हैल्थ चैकअप स्कीम मोब ऐप’’ व पुस्तिका का विमोचन भी किया। स्वास्थ्य सेवाएं विभाग की महानिदेशक डॉ वीना सिंह ने धन्यवाद ज्ञापित किया।